प्रेमानंद जी महाराज की मौत की भविष्यवाणी कर चुके थे डॉक्टर, जानिए फिर क्या हुआ
punjabkesari.in Tuesday, Apr 15, 2025 - 04:18 PM (IST)

नारी डेस्क: प्रेमानंद जी महाराज अक्सर अपने प्रवचनों में जीवन और मृत्यु जैसे गहरे विषयों पर बहुत सुंदर और सटीक बातें करते हैं। उनका मानना है कि "मृत्यु जीवन का अंतिम और अटल सत्य है। यह पूरी तरह हमारे कर्मों पर आधारित होती है।" महाराज कहते हैं कि यदि इंसान अपने जीवन में अच्छे और पुण्य कर्म करता है तो उसकी मृत्यु भी शांत, सरल और सुखद होती है। लेकिन अगर कोई बुरे कर्म करता है, दूसरों का दुख करता है, तो उसकी मृत्यु भयावह और कष्टदायक हो सकती है। यह बातें न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि आध्यात्मिक और वैज्ञानिक रूप से भी काफी गहराई रखती हैं।
डॉक्टर ने कह दी थी मृत्यु की तारीख, लेकिन...
प्रेमानंद जी महाराज के जीवन से जुड़ी एक बहुत ही प्रेरणादायक और चौंकाने वाली सच्ची घटना इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस किस्से को खुद महाराज ने अपने एक प्रवचन में बताया था कि "एक समय मेरी तबीयत काफी खराब हो गई थी। डॉक्टरों ने मेरी जांच की और कहा कि आपकी किडनी धीरे-धीरे खराब हो रही है। आपके पास ज़्यादा से ज़्यादा ढाई से पांच साल का ही समय बचा है।" यह बात सुनकर उनके भक्त, शिष्य और परिचित सभी लोग हैरान रह गए।
लेकिन महाराज इस पूरी घटना को याद करते हुए मुस्कुरा कर कहते हैं "अब उस बात को 18 साल हो चुके हैं। मैं तो आज भी जिंदा हूं, स्वस्थ हूं, लेकिन डॉक्टर साहब का कोई पता नहीं है!" यह बात लोगों के दिलों को छू गई और सोशल मीडिया पर यह क्लिप वायरल हो गई।
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भक्तों की आस्था: सेवा, श्रद्धा और चमत्कार
इस घटना पर सोशल मीडिया और सत्संगों में भक्तों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कोई कहता है कि यह ईश्वर की विशेष कृपा है> कोई इसे सकारात्मक सोच और सत्संग की शक्ति का चमत्कार मानता है।
वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज की लोकप्रियता
प्रेमानंद जी महाराज उत्तर भारत के प्रमुख और श्रद्धेय संतों में से एक हैं। वृंदावन, मथुरा और दिल्ली-NCR में उनकी ख्याति और लोकप्रियता बहुत अधिक है। आम जनमानस के साथ-साथ, फिल्मी सितारे, खिलाड़ी, और राजनीतिज्ञ भी उनसे आशीर्वाद लेने और सत्संग सुनने आते हैं। महाराज जी की खासियत यह है कि वे गीता, रामायण और श्रीमद्भागवत जैसे पवित्र ग्रंथों को बहुत ही सरल और भावनात्मक भाषा में समझाते हैं उनकी बातें सीधे दिल को छू जाती हैं और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाती हैं।
प्रेमानंद जी महाराज का पूरा जीवन एक प्रेरणा है। वे हमें सिखाते हैं कि मृत्यु से डरने की ज़रूरत नहीं है। हमें अपने कर्मों को सुधारने की ज़रूरत है।