व्यापार में तरक्की पाने के लिए बुधवार को करें ये उपाय, कुछ ही दिनों में दिखेगा फर्क
punjabkesari.in Tuesday, Jun 13, 2023 - 04:53 PM (IST)
बुधवार का दिन भगवान गणेश का होता है इन्हें संकट मोचन भी कहा जाता है। जिसका अर्थ होता है हर संकट को हर लेने वाला या संकंट से मुक्ति दिलाने वाला। बता दें कि हर शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश का पूजन किया जाता है। कहते है जो लोग पूरे मन से इनकी पूजा करते है वह उनके सारे कष्ट हर लेते है। वहीं दूसरी ओर ज्योतिष शास्त्र का कहना है कि जिन लोगों के करियर व कारोबार में बढ़ोतरी नहीं मिल रही है वह बुधवार के दिन अगर कुछ उपाय करेगे तो उनकी समस्या का जल्द ही समाधान हो जाएगा। तो चलिए जानते है बुधवार के कुछ उपाय।
ये है बुधवार के उपाय
1 परिवार में सुख-शांति बनाए रखने के लिए बुधवार के दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए। इसे करने से आपके जीवन में किसी तरह की कोई हानि नहीं होगी। कहते है मां दुर्गा सप्तशती का पाठ पुण्यफल एक लाख पाठ के बराबर होता है।
2 कुंडली में बुध की स्थिति को मजबूत करने के लिए इस दिन हरी मूंग की दाल का परिवार सहित सेवन करें। आप चाहे तो शिवलिंग पर भी हरी मूंग की दाल अर्पित कर सकते हैं।
3 आप किसी कर्ज से परेशान चल रहे है तो बुधवार को ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ करें। इस पाठ को करने से जीवन में धीरे-धीरे सुख-समृद्धि आती है और विघ्न भी दूर होते हैं। ध्यान रखें कि ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ करने के बाद भगवान गणेश की आरती जरूर करें।
21 दूर्वा की गांठें गणेशजी के मस्तक पर चढ़ाएं
4 हर बुधवार को भगवान गणेश को शमी पत्ता और दुर्वा अर्पित करना चाहिए। दूर्वा चढ़ाने से पहले ध्यान रखें कि 21 दूर्वा की एक गांठ बनाई जाती है और इस तरह 21 दूर्वा की गांठें गणेशजी के मस्तक पर चढ़ाई जाती हैं। दूर्वा अर्पित करने से भगवान गणेश शीघ्र प्रसन्न होते हैं और कई सांसारिक कामनाएं पूरी होती हैं।
5 गाय में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। कहते है बुधवार के दिन कम से कम तीन महीने तक अगर गाय को घास और हरी पालक खिलाए जाए तो आपके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते है।
बुध मंत्रों का करें जप
बुधवार के दिन बुध ग्रह के मंत्रों का जप करना शुभ माना जाता है। बता दें कि बुध के इन मंत्रों का जप करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है और मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिलती है। बुध के मंत्र से कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत भी होती है और कारोबार व करियर में तरक्की के योग बनना शुरू हो जाते हैं। ध्यान रहे कि बुध मंक्ष का जप 14 बार ही किया जाता है।
बीज मंत्र : ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः!
ॐ बुं बुधाय नमः अथवा ॐ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नमः!
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:
प्रियंगुकलिकाश्यामं रूपेणाप्रतिमं बुधम। सौम्यं सौम्य गुणोपेतं तं बुधं प्रणमाम्यहम।।