दिल्ली में  साफ हवा की मांग करने वालों से अपराधियों जैसा बर्ताव क्यों? क्या यही इंसाफ़ है

punjabkesari.in Monday, Nov 10, 2025 - 04:49 PM (IST)

 नारी डेस्क:   दिल्ली में जैसे-जैसे सर्दी बढ़ रही है, वैसे-वैसे वायु प्रदूषण का स्तर भी खतरनाक होता जा रहा है। राजधानी की जहरीली हवा से लोगों की सांसें तक भारी पड़ रही हैं। इसी बीच इंडिया गेट पर कई लोगों ने साफ हवा की मांग को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया, लेकिन पुलिस ने इन प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। इस मामले को लेकर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि साफ हवा में सांस लेना हर नागरिक का मौलिक अधिकार है और इस अधिकार की मांग करने वालों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए।

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स (X)’ पर लिखा,

“साफ हवा में सांस लेना मानवाधिकार है। संविधान शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति देता है। जो लोग सिर्फ स्वच्छ हवा की मांग कर रहे थे, उनके साथ अपराधियों जैसा बर्ताव क्यों हो रहा है? वायु प्रदूषण करोड़ों भारतीयों, खासकर बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य को नुकसान पहुंचा रहा है।”

उन्होंने आगे कहा कि जो सरकार “वोट चोरी” से सत्ता में आई हो, वो जनता की परवाह नहीं करती। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी ने प्रदूषण के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जबकि यह समस्या हर साल और गंभीर होती जा रही है। राहुल गांधी ने तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि अब वक्त है कि सरकार इस “सांसों के संकट” को गंभीरता से ले।

दिल्ली पुलिस का जवाब

इंडिया गेट पर प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिए जाने पर नई दिल्ली के डीसीपी देवेश कुमार महला ने बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि “इंडिया गेट धरना देने या प्रदर्शन करने की जगह नहीं है। नई दिल्ली में शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए जंतर मंतर को निर्धारित किया गया है। प्रदर्शनकारियों को पहले ही इस बात की जानकारी दी गई थी कि इंडिया गेट एक राष्ट्रीय स्मारक है, जहां लोग परिवार के साथ घूमने आते हैं। इसलिए वहां प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जा सकती।”

क्या है मामला?

राजधानी में लगातार बढ़ते एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। सांस लेने में परेशानी, आंखों में जलन और गले में दर्द जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा या श्वसन रोग से पीड़ित लोगों पर पड़ रहा है। राहुल गांधी ने इस पूरे मुद्दे को “जनजीवन और भविष्य के लिए खतरा” बताते हुए कहा कि सरकार को प्रदूषण पर सिर्फ बयान नहीं, बल्कि तुरंत ठोस कदम उठाने होंगे।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

static