COVID-19: क्या थूकने से भी फैलता है कोरोना वायरस?
punjabkesari.in Sunday, May 03, 2020 - 04:29 PM (IST)
दुनियाभर में कहर मचा चुका कोरोना वायरस भारत में भी तेजी से फैलता जा रहा है। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय व WHO द्वारा लोगों से सावधानी बरतने के लिए भी कहा जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ लोगों से साफ-सफाई रखने को भी कहा जा रहा है।
इसके अलावा दिल्ली, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों ने सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है क्योंकि इससे भी कोरोना वायरस फैलने का खतरा है।
थूकने से वायरस का क्या कनेक्शन?
डॉक्टरों के मुताबिक, कोरोना का संक्रमण फैलने का मुख्य स्रोत ट्रांसमीटर (सलाइवा) यानि खांसी व छींक की ड्रॉपलेट्स है। फैलने का मुख्य स्रोत (ट्रांसमीटर) सलाइवा है। ऐसे में अगर कोई कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति सार्वजनिक स्थान पर थूकता है तो सलाइवा में मौजूद वायरस के दूसरे शख्स में ट्रांसमिट हो सकते है। यही वजह है कि थूकने से भी इस संक्रमण का खतरा रहता है और सार्वजनिक स्थानों पर इसकी रोक लगा दी गई है।
जरूरी ना हो तो डेंटल ट्रीटमेंट से बचें
अगर किसी तरह की डेंटल इमरजेंसी जैसे दांत में दर्द, सूजन या फ्रैक्चर आदि ना हो तो डेंटल ट्रीटमेंट ना लें। रूटीन चेकअप के लिए भी डेंटल क्लीनिक ना जाएं। दरअसल, लोगों को लगता है कि दांतों की सफाई यानि स्केलिंग कोरोना से बचाने में मदद करेगा जबकि ऐसा नहीं है। इस वक्त स्केलिंग से परहेज करना बेहतर होगा।
इन बातों का रखें ध्यान...
. सार्वजनिक स्थानों से दूर रहें और यहां वहां ना थूकें।
. दांतों से जुड़ी किसी समस्या के लिए अपने डॉक्टर से फोन पर सलाह लें।
. सीधे डेंटल क्लीनिक में जाने से बचें।
. रूटीन चीजों के लिए तो क्लीनिक बिल्कुल न जाएं।
. घर से बाहर जाते समय मास्क जरूर पहनें।
. बाहर से घर आते समय हाथ-पैर व मुंह को अच्छी तरह से धोएं।
. लोगों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाकर रखें।