दूध तक भी फैल चुका है Bird Flu, आप भी डर रहे हैं Cow Milk पीने से तो पहले जान लें पूरी सच्चाई
punjabkesari.in Saturday, Mar 22, 2025 - 10:18 AM (IST)

नारी डेस्क: हाल ही मेंबर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लुएंजा को लेकर कई खबरें सामने आई हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि इसका संक्रमण गाय के दूध में भी पाया गया है। इसी बीच वैज्ञानिकों ने पाया कि अक्सर इस्तेमाल किए जाने वाले फ्लू एंटीवायरल गाय के दूध में H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के खिलाफ अच्छी तरह से काम नहीं करते हैं। मौजूदा एंटीवायरल इस H5N1 बर्ड फ्लू स्ट्रेन के खिलाफ कम प्रभावी हो सकते हैं, और रोकथाम के उपाय, जैसे कि कच्चे दूध की खपत से बचना और डेयरी श्रमिकों में जोखिम को कम करना, वायरस से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका हो सकता है।
यह भी पढ़ें: जिंदगी लग रही है उबाऊ तो डिप्रेशन नहीं आपको हो गई है ये लाइलाज बीमारी
कच्चे दूध को ना पीने की सलाह
संयुक्त राज्य अमेरिका में H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा का प्रकोप जारी है, वैज्ञानिक मानव स्वास्थ्य के लिए वायरस के खतरे को बेहतर ढंग से समझने के लिए काम कर रहे हैं। यह वायरस डेयरी गायों के दूध में पाया गया है और इसने खेत मजदूरों को संक्रमित किया है। परिणामों से पता चला है कि प्रीक्लिनिकल मॉडल में, दो FDA-स्वीकृत फ्लू एंटीवायरल आम तौर पर गंभीर H5N1 संक्रमणों का सफलतापूर्वक इलाज नहीं करते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि कच्चा दूध न पीकर और डेयरी फार्म मजदूरों के जोखिम को कम करके संक्रमण के जोखिम को कम करना सबसे प्रभावी हस्तक्षेप हो सकता है।" हालांकि लोगों में H5N1 संक्रमण दुर्लभ है, लेकिन वर्तमान प्रकोप में अब तक 60 से अधिक लोग डेयरी उत्पादों के संपर्क में आने से संक्रमित हो चुके हैं।
क्या है बर्ड फ्लू और इसका कारण?
बर्ड फ्लू एक वायरल संक्रमणहै, जो मुख्य रूप से पक्षियों में फैलता है। इसका प्रमुख कारणH5N1, H7N9 और H5N8 वायरस होते हैं, जो संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से मनुष्यों या अन्य जानवरों में फैल सकते हैं। यह वायरस मुख्य रूप से पक्षियों के मल-मूत्र, थूक या लार और पंखों और स्रावोंके संपर्क में आने से फैलता है। हालांकि, अब तक यह वायरस मुख्य रूप से पक्षियों और कुछ अन्य जानवरों तक ही सीमित रहा है।
यह भी पढ़ें: "ये रेशमी जुल्फें" गाना गाने पर colleague के खिलाफ कोर्ट पहुंची महिला
बर्ड फ्लू और गाय का दूध का क्या है कनेक्शन?
हाल ही में कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि बर्ड फ्लू वायरस गायों में भी पाया गया है, जिससे लोगों में दूध को लेकर चिंता बढ़ गई। लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य वैज्ञानिक एजेंसियों ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि बर्ड फ्लू वायरस दूध के माध्यम से इंसानों में फैलता है। विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमित गाय का दूध असुरक्षित हो सकता है, लेकिन जब दूध को उबालकर या पाश्चुरीकृत (Pasteurization) किया जाता है, तो वायरस नष्ट हो जाता है। कच्चा दूध पीने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए दूध को अच्छी तरह उबालकर पीना सुरक्षित है।
क्या दूध पीने से बर्ड फ्लू का खतरा है?
बर्ड फ्लू का संक्रमण दूध से फैलने की संभावना बहुत कम है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि दूध को पाश्चुरीकृत किया गया हो या सही तापमान पर उबाला गया हो, तो यह पूरी तरह से सुरक्षित होता है। पाश्चुरीकरण प्रक्रिया में दूध को 72°C तापमान पर 15 सेकंड तक गर्म किया जाता है, जिससे इसमें मौजूद बैक्टीरिया और वायरस नष्ट हो जाते हैं। बर्ड फ्लू का वायरस मुख्य रूप से पक्षियों में फैलता है और दूध के माध्यम से इंसानों में संक्रमण की संभावना बेहद कम होती है।