बच्चों की ग्रोथ में हो रही रुकावट? ये एक गलती कर रही है सब बर्बाद!

punjabkesari.in Tuesday, Dec 17, 2024 - 05:25 PM (IST)

नारी डेस्क:  बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए पर्याप्त नींद और सही समय पर सोना बेहद जरूरी है। गहरी नींद के दौरान ग्रोथ हार्मोन तेजी से सक्रिय होते हैं, जिससे बच्चों का विकास बेहतर तरीके से होता है। यह लेख आपको बताएगा कि ग्रोथ हार्मोन कब सक्रिय होते हैं और बच्चों को सही समय पर सुलाने के साथ-साथ उन्हें सेहतमंद बनाए रखने के लिए क्या जरूरी है।

ग्रोथ हार्मोन कब होते हैं सक्रिय?

ग्रोथ हार्मोन का स्तर नॉन-आरईएम नींद के तीसरे चरण में सबसे अधिक होता है। यह चरण तब आता है जब बच्चा गहरी नींद में चला जाता है। बच्चों के लिए रात को जल्दी सोना जरूरी है ताकि शरीर को गहरी नींद के पर्याप्त घंटे मिल सकें और ग्रोथ हार्मोन सही तरीके से सक्रिय हो सकें। ग्रोथ हार्मोन ऊतक की मरम्मत, हड्डियों और मांसपेशियों के विकास के साथ-साथ प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।

PunjabKesari

 गहरी नींद क्यों जरूरी है?

गहरी नींद बच्चों के शरीर में कई सकारात्मक बदलाव लाती है 

ग्रोथ हार्मोन का स्राव हड्डियों और मांसपेशियों के विकास में मदद करता है। गहरी नींद के दौरान शरीर का पुनर्जनन होता है। नींद के दौरान दिमाग की गतिविधि धीमी होती है, जिससे बच्चे के मस्तिष्क का विकास होता है।

बच्चों के विकास में पोषण का महत्व

बच्चों का सही शारीरिक और मानसिक विकास उनके आहार पर निर्भर करता है। उचित पोषण से ग्रोथ हार्मोन का स्राव बढ़ता है, जिससे शरीर की हड्डियां मजबूत होती हैं और ऊतकों का विकास होता है। कैल्शियम युक्त आहार जैसे दूध, पनीर, दही, हरी सब्जियां और सूखे मेवे बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। प्रोटीन युक्त आहार जैसे मांस, मछली, अंडे, दालें और नट्स मांसपेशियों के निर्माण और ऊतकों की मरम्मत में सहायक होते हैं। इसके अलावा, विटामिन डी, जिंक और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बच्चों को संतुलित आहार देना आवश्यक है, जिसमें हरी सब्जियां, फल, डेयरी उत्पाद और प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा हो।

PunjabKesari

नियमित व्यायाम का लाभ

शारीरिक गतिविधियां बच्चों के समग्र विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। तैराकी, दौड़ना, साइकिल चलाना, बास्केटबॉल और वॉलीबॉल जैसे खेल बच्चों के शरीर में ग्रोथ हार्मोन के स्तर को प्राकृतिक तरीके से बढ़ाते हैं। नियमित व्यायाम से न केवल मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत होती हैं, बल्कि बच्चों की सहनशक्ति और ऊर्जा का स्तर भी बढ़ता है। इसके अलावा, व्यायाम से मानसिक विकास में भी सुधार होता है, जिससे बच्चे अधिक एकाग्र और सक्रिय रहते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों को हर दिन कम से कम 1 घंटे की शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए, ताकि उनका विकास सही दिशा में हो सके।

ग्रोथ स्पर्ट की पहचान कैसे करें?

ग्रोथ स्पर्ट यानी बच्चों के तेज विकास की अवधि के दौरान कुछ लक्षण स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। सबसे पहला संकेत है भूख बढ़ना। इस समय बच्चे सामान्य से अधिक खाने लगते हैं क्योंकि उनके शरीर को विकास के लिए अतिरिक्त कैलोरी और पोषण की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही बच्चों की लंबाई में तेजी से वृद्धि होती है, जो ग्रोथ स्पर्ट का प्रमुख संकेत है। इस दौरान बच्चों को अधिक नींद की जरूरत होती है क्योंकि गहरी नींद के दौरान ग्रोथ हार्मोन का स्राव सबसे अधिक होता है। इसके अलावा, बच्चों में थकान भी महसूस हो सकती है क्योंकि उनके शरीर में तेजी से विकास हो रहा होता है। माता-पिता को इन संकेतों पर नजर रखनी चाहिए और बच्चों को सही पोषण और आराम देना चाहिए।

बच्चों के सोने का सही समय

नींद बच्चों के विकास का सबसे जरूरी हिस्सा है क्योंकि यह शरीर को रिपेयर करने और ग्रोथ हार्मोन रिलीज करने में मदद करता है। 6-12 साल के बच्चों को प्रतिदिन 9-11 घंटे की नींद लेनी चाहिए, जबकि 12-18 साल के किशोरों को 8-10 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों को रात 9 बजे तक सुला देना चाहिए ताकि वे गहरी नींद में जाकर तेजी से ग्रोथ कर सकें। गहरी नींद के दौरान शरीर नई कोशिकाओं का निर्माण करता है, ऊतकों की मरम्मत होती है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। इसके अलावा, सही समय पर सोने से बच्चों की मानसिक और शारीरिक सेहत में सुधार होता है।

PunjabKesari

बच्चों का विकास सही नींद, पोषण और शारीरिक गतिविधियों के संतुलन पर निर्भर करता है। गहरी नींद के दौरान शरीर में ग्रोथ हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे बच्चों का समग्र विकास बेहतर होता है। इसलिए बच्चों की नींद का सही समय सुनिश्चित करें और उन्हें हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने के लिए प्रेरित करें।
 
नोट: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की राय जरूर लें। 

 

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static