Budget 2025 For Women: महिलाओं के लिए बड़ी घोषणाएं, जानिए कौन-कौन सी योजनाओं का मिलेगा लाभ
punjabkesari.in Saturday, Feb 01, 2025 - 03:58 PM (IST)
नारी डेस्क: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025-26 पेश करते हुए महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा कि सरकार 10,000 करोड़ रुपये के फंड से महिला स्टार्टअप्स को बढ़ावा देगी, जिससे उद्यमी महिलाएं अपने बिजनेस को आगे बढ़ा सकेंगी। इसके अलावा, एससी (अनुसूचित जाति) और एसटी (अनुसूचित जनजाति) वर्ग की पांच लाख महिलाओं को अपना बिजनेस शुरू करने के लिए 2 करोड़ रुपये तक का लोन देने की योजना बनाई गई है।
आंगनबाड़ी और गर्भवती महिलाओं के लिए खास योजनाएं
सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों के विकास और गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष योजनाओं की घोषणा की है। इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाना है, ताकि वे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त कर सकें और अपने बच्चों का पालन-पोषण अच्छे से कर सकें।
𝐁𝐮𝐝𝐠𝐞𝐭 𝐀𝐧𝐧𝐨𝐮𝐧𝐜𝐞𝐦𝐞𝐧𝐭
— MyGovIndia (@mygovindia) February 1, 2025
Empowering Women Entrepreneurs!
5 lakh first-time women entrepreneurs to receive support, with loans up to ₹2 crore over the next 5 years.
A big boost to women and SC/ST entrepreneurs, paving the way for a more inclusive India.… pic.twitter.com/ahCtk4YhzB
महिलाओं के लिए रोजगार और वित्तीय सहयोग
महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए नए स्टार्टअप फंड की घोषणा की गई है, जिससे महिलाओं को अपने बिजनेस को शुरू करने और आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। साथ ही, टर्म लोन योजना के तहत अगले 5 सालों में महिलाओं को 2 करोड़ रुपये तक का लोन देने का लक्ष्य रखा गया है।
"A new scheme for women, scheduled caste & scheduled tribes, who are first-time entrepreneurs, will provide term loans upto ₹2 crore during the next 5 years," announced Finance Minister Nirmala Sitharaman in the Union Budget 2025#cnbctv18live #BudgetDecoded #Budget… pic.twitter.com/zCbdFm3kXc
— CNBC-TV18 (@CNBCTV18News) February 1, 2025
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले पूर्ण बजट में महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस बजट के माध्यम से महिलाओं को नए अवसर दिए जाएंगे, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवार और समाज के विकास में योगदान दे सकें।