World Health Day: वेजाइना को बहुत नुकसान पहुंचाती है ये 5 आदतें, बार-बार होता Infection
punjabkesari.in Monday, Apr 07, 2025 - 08:56 PM (IST)

नारी डेस्कः शरीर के बाकी अंगों की तरह महिलाओं का वेजाइनल हैल्थ का ध्यान रखना भी उतना ही जरूरी है लेकिन इस सेंसिटिव पार्ट की केयर करते समय महिलाएं अक्सर कुछ गलतियां जाने-अनजाने में कर बैठती हैं जिससे वजाइना को नुकसान पहुंचता है। वर्ल्ड हेल्थ डे के मौके पर आइए आपको महिलाओं की ऐसी 5 आम आदतें बताते हैं जो वजाइना की हेल्थ को बिगाड़ सकती हैं। इससे बचना कैसे हैं इस बारे में भी जानिए।
1. जरूरत से ज्यादा सफाई करना (डूशिंग या वेजाइनल वॉश)
वजाइना खुद को नेचुरल तरीके से साफ करने वाला अंग है। बार-बार डूशिंग या वेजाइनल वॉश करने से इसके अंदर के अच्छे बैक्टीरिया मर जाते हैं। इससे इन्फेक्शन, जलन और डिस्चार्ज जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
क्या करें: सिर्फ गुनगुने पानी से वजाइना के बाहरी हिस्से की हल्की सफाई करें। साबुन या वॉश से बचें।
2. खुशबूदार सैनिटरी पैड या टैम्पोन का इस्तेमाल
सेंटेड पैड या टैम्पोन में मौजूद केमिकल्स वजाइना के पीएच लेवल को बिगाड़ सकते हैं। इससे खुजली, जलन और फंगल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
क्या करें: साफ और अनसेंटेड (बिना खुशबू वाले) या ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल करें। टैम्पोन या कप को ज्यादा लंबे समय तक ना पहने रखें। 6 से 8 घंटे के भीतर सेनिटरी पैड्स बदल लेने चाहिए अगर ब्लीडिंग ज्यादा है तो जल्दी भी बदले जा सकते हैं।
यह भी पढ़ेंः 2-3 महीने के गैप से आते हैं Periods तो क्या करें?
3. टाइट और सिंथेटिक अंडरवियर पहनना
बहुत टाइट या नायलॉन जैसे कपड़े वजाइना की त्वचा को सांस लेने नहीं देते। इससे नमी बढ़ती है और इन्फेक्शन हो सकता है। इंफेक्शन के बाद खुजली, इचिंग और जलन होना आम है।
क्या करें: कॉटन के ढीले अंडरगार्मेंट्स पहनें जो हवा को अंदर जाने दें और पसीना सोख लें। रात को टाइट अंडरवियर पहनकर ना सोएं।
4. इंटरकोर्स के बाद सफाई न करना
संभोग के बाद वजाइना में स्पर्म, लुब्रिकेंट या केमिकल्स रह जाते हैं। इससे इन्फेक्शन और जलन हो सकती है। अगर ध्यान ना दिया जाए तो समस्या ज्यादा भी बढ़ सकती है।
क्या करें: इंटरकोर्स के बाद हल्के गुनगुने पानी से बाहर की सफाई करें। अंदरूनी हिस्से को छेड़ने से बचें और किसी साबुन का इस्तेमाल न करें।
5. ब्लीच या वैक्सिंग करना
कुछ महिलाएं वजाइना का रंग हल्का करने के लिए ब्लीच करती हैं या वैक्स करवा लेती हैं। ब्लीच में मौजूद केमिकल्स और वैक्सिंग से त्वचा में जलन, इन्फेक्शन और दर्द हो सकता है।
क्या करें: अगर प्यूबिक हेयर हटाना हो तो सेफ ट्रिमिंग करें। ब्लीच बिल्कुल न करें और जरूरत हो तो डॉक्टर से सलाह लें। वेक्स करवाते हैं तो किसी एक्सपर्ट से ही करवाएं क्योंकि वेक्स गलत तरीके से हो तो वेजाइना की स्किन ढीली और पतली हो सकती है।
यह भी पढ़ेंः Uric Acid का काल है ये जूस, डायबिटीज -हाई ब्लड प्रेशर भी रहेगा कंट्रोल
इसके अलावा वेजाइनल हैल्थ को सही रखने के लिए क्रैनबेरी जूस, दही और पानी जैसे पेय पदार्थ फायदेमंद हो सकते हैं, जो संक्रमण को रोकने और योनि के पीएच स्तर को संतुलित करने में मदद करते हैं।
क्रैनबेरी जूस: यह मूत्र पथ के संक्रमण (UTI) को रोकने में मदद करता है क्योंकि इसमें बैक्टीरिया को मूत्राशय की दीवार पर चिपकने से रोकने वाले तत्व होते हैं।
दही: दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो योनि में हैल्दी बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं और यीस्ट संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं।
पानी: पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से भी वेजाइना हैल्दी रहती हैं और इंफेक्शन यूरिन के रास्ते बाहर निकल जाती है।
वजाइना हेल्दी रहे, तो आप हेल्दी रहें
वजाइना की सही देखभाल आपकी पूरी सेहत और आत्मविश्वास दोनों के लिए जरूरी है। इन 5 बातों का ध्यान रखें और किसी भी असुविधा पर डॉक्टर से खुलकर बात करें।