दांतों के मसूड़ों से खून निकलने के बड़े कारण, सही देसी इलाज जानिए

punjabkesari.in Friday, Oct 24, 2025 - 09:01 PM (IST)

नारी डेस्कः दांतों के मसूड़ों से खून आना महिलाओं और पुरुषों दोनों में आम समस्या है। यह हल्की असुविधा से लेकर गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकती है। अक्सर इसका कारण मसूड़ों की सूजन, बैक्टीरिया का जमा होना, विटामिन की कमी या हार्मोनल बदलाव होता है। अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो मसूड़े कमजोर हो सकते हैं और दांतों में संक्रमण या नुकसान भी हो सकता है। इस लेख में हम मसूड़ों से खून आने के मुख्य कारण, लक्षण और घरेलू व चिकित्सकीय उपाय सरल तरीके से समझेंगे।

दांतों के मसूड़ों से खून निकलने के मुख्य कारण

मसूड़ों से खून आने का मुख्य कारण सूजन, बैक्टीरिया, हार्मोनल बदलाव या विटामिन कमी है। रोजाना सही ब्रशिंग, फ्लॉस, माउथवॉश, और विटामिन युक्त आहार मदद करता है। अगर खून लगातार आता है, दर्द या सूजन बढ़ती है, तो डेंटिस्ट और ब्लड टेस्ट जरूरी हैं।

गुम (Gum) की सूजन या रोग (Gingivitis / Periodontitis): मसूड़ों में बैक्टीरिया जमा होने से सूजन, लालिमा और दर्द होता है। यदि समय पर इलाज न हो तो यह पायरियोडोंटाइटिस (Periodontitis) में बदल सकता है, जिससे मसूड़ों की हड्डी कमजोर हो जाती है।

खराब ओरल हाइजीन: दिन में ब्रश न करना या फ्लॉस न करना। मसूड़ों पर बैक्टीरिया और प्लाक जमा होकर सूजन और खून निकलने का कारण बन सकते हैं।

कड़ी ब्रशिंग या गलत ब्रश इस्तेमाल करना: बहुत ज़ोर से ब्रश करने पर मसूड़े घायल हो सकते हैं। हार्ड ब्रिसल ब्रश भी मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है।

विटामिन की कमी: विटामिन C या K की कमी मसूड़ों को कमजोर कर देती है। इससे मसूड़ों से खून निकलना आसान हो जाता है।

हार्मोनल बदलाव: गर्भावस्था, मासिक धर्म या मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव से मसूड़े अधिक संवेदनशील हो जाते हैं। इस वजह से मसूड़ों से खून निकल सकता है।

धूम्रपान और शराब: धूम्रपान से मसूड़ों की रक्तसंचार प्रभावित होती है। शराब और धूम्रपान से मसूड़ों की सूजन और खून आने की समस्या बढ़ सकती है।

अन्य स्वास्थ्य समस्याएं: डायबिटीज, ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर या कुछ दवाइयां (जैसे ब्लड थिनर्स) मसूड़ों से खून निकलने का कारण बन सकती हैं।
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घरेलू उपाय और राहत पाने के तरीके

मसूड़ों से खून आने (Bleeding Gums) का इलाज दो तरह से किया जा सकता है।

सही ब्रशिंग और ओरल हाइजीन: दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें और फ्लॉस का इस्तेमाल करें। सॉफ्ट ब्रिसल वाले ब्रश का उपयोग करें, ज़्यादा जोर से न रगड़ें।

गर्म पानी से माउथ वॉश: गर्म पानी में थोड़ा नमक मिलाकर कुल्ला करें। यह मसूड़ों की सूजन कम करता है और बैक्टीरिया को हटाता है।

नीम और हल्दी का इस्तेमाल: नीम की पत्तियाँ चबाना या हल्दी-पानी से कुल्ला करना सूजन और बैक्टीरिया को कम करता है।

विटामिन युक्त आहार: विटामिन C (संतरा, नींबू, आमला) और विटामिन K (पालक, ब्रोकली) से मसूड़ों की मजबूती बढ़ती है।

धूम्रपान और शराब से परहेज़: मसूड़ों को स्वस्थ रखने के लिए धूम्रपान और शराब से दूर रहें।

डॉक्टर द्वारा करवाए जाने वाले टेस्ट और इलाज

डेंटल चेकअपः डेंटिस्ट मसूड़ों की सूजन, पायरियोडोंटाइटिस या मसूड़ों में छेद का परीक्षण करते हैं।

स्केलिंग और डीप क्लीनिंगः मसूड़ों और दांतों पर जमा प्लाक और टार्टर हटाने के लिए स्केलिंग करवाना जरूरी होता है।

एंटीबायोटिक या माउथवॉशः गंभीर संक्रमण होने पर डॉक्टर एंटीबायोटिक जेली, माउथवॉश या जेल लिख सकते हैं।

ब्लड टेस्टः विटामिन की कमी, ब्लड क्लॉटिंग या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए।
 


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Content Writer

Vandana

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