गले की खराश का पक्का इलाज नहीं है नमक का पानी, दूर करो अपनी गलतफहमी
punjabkesari.in Friday, Dec 12, 2025 - 12:45 PM (IST)
नारी डेस्क: गले में खराश होने पर नमक के पानी से गरारे करना एक बहुत पुराना घरेलू नुस्खा है, लेकिन एक पल्मोनोलॉजिस्ट (फेफड़ों के विशेषज्ञ) के अनुसार नमक पानी से गरारा करना गले की खराश में आराम देता है, लेकिन यह इन्फेक्शन का इलाज नहीं है। इसलिए इसे सहायक उपचारकी तरह इस्तेमाल करें, मुख्य इलाज की तरह नहीं। चलिए जानते हैं इसके बारे में क्या है गलतफहमियां।
नमक के पानी को लेकर क्या है गलतफहमी?
डॉक्टरों के अनुसार नमक के पानी से राहत मिल सकती है, लेकिन यह उतना “जादुई इलाज” नहीं है जितना लोग समझते हैं। नमक वाला पानी गले की सूजन कम करने में मदद करता है और इससे बलगम ढीला हो जाता है, जिससे थोड़ी देर के लिए आराम महसूस होता है।पल्मोनोलॉजिस्ट बताते हैं कि कई लोग सोचते हैं कि नमक का पानी संक्रमण (इन्फेक्शन) को मार देता है, लेकिन ऐसा नहीं है। अगर गला वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण से खराब हुआ है तो केवल गरारे से बीमारी नहीं रुकेगी।
नमक का पानी कैसे काम करता है?
नमक पानी ओस्मोसिस के जरिए गले की सूजन कम करता है। यह गले की सतह पर मौजूद बलगम को पतला कर देता है ताकि निगलने और बोलने में कम दर्द हो। इससे गले का pH संतुलित रहता है, जो बैक्टीरिया की वृद्धि को धीमा कर सकता है—लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं करता। यह हल्की गले की खराश, सूजन, टॉन्सिल में हल्का दर्द, सर्दी-खांसी की शुरुआत में असरदार है। हालांकि तेज बुखार, बहुत ज्यादा गले में दर्द, निगलने में दिक्कत, पस बनना या टॉन्सिल में infection यह लगातार 3–4 दिन तक कोई सुधार न दिखने पर डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है।
गरारे करने का सही तरीका
-1 गिलास हल्के गर्म पानी में ½ चम्मच नमक मिलाएं
-15–20 सेकंड तक गरारे करें,दिन में 2–3 बार
- ज्यादा नमक का इस्तेमाल न करें,इससे गला और ज्यादा सूख सकता है

