नाभि में रुई कहां से आती है? एक्सपर्ट ने बताए इसके 3 बड़े कारण
punjabkesari.in Wednesday, Dec 10, 2025 - 10:10 AM (IST)
नारी डेस्क: रोजाना नहाने के बाद भी कई लोगों की नाभि में रुई जम जाती है। अक्सर मन में यह सवाल आता है कि यह रुई आती कहां से है और क्या यह किसी बीमारी का संकेत है? आयुर्वेद और साइंस दोनों के अनुसार नाभि में रुई बनने की प्रक्रिया सामान्य है। इसे मेडिकल भाषा में 'नैवल फ्लफ' (Navel Fluff) कहा जाता है। आइए जानते हैं
नाभि पर रुई जमना कितना सामान्य है?
नाभि शरीर का एक महत्वपूर्ण केंद्र है, क्योंकि शरीर की कई नसें यहीं से जुड़ी होती हैं। उनका कहना है कि नाभि ऊर्जा ग्रहण करने का काम करती है, इसलिए यहां गंदगी या रुई का जमना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। कई बार त्वचा से निकलने वाली मृत कोशिकाएं (dead skin cells) भी रुई के रूप में जमा होकर दिखने लगती हैं। यह आमतौर पर किसी बीमारी का संकेत नहीं होता, लेकिन दर्द या सूजन दिखे तो डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।

कपड़ों के रेशों का जमा होना
नाभि में रुई जमा होने का सबसे बड़ा कारण कपड़ों के रेशे हैं। सोते या दिनभर चलने-फिरने के दौरान कपड़े के छोटे-छोटे रेशे टूटकर नाभि में चले जाते हैं। यदि आपके पेट पर हल्के या मोटे बाल हैं तो वही बाल इन रेशों को खींचकर नाभि तक ले आते हैं। धीरे-धीरे यह रेशे जमा होकर रुई का रूप ले लेते हैं।
नाभि की सफाई न करना
अगर नाभि लंबे समय तक साफ न की जाए तो वहां गंदगी और dead skin cells जमा होने लगते हैं। नाभि जगह खुद साफ नहीं कर पाती, इसलिए वहां जमा गंदगी धीरे-धीरे रुई का रूप ले लेती है। इसे लंबे समय तक न साफ किया जाए तो बदबू और जलन जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

नहाते समय साबुन का रह जाना
नाभि में साबुन या बॉडी वॉश का झाग अच्छी तरह न निकले तो यह सूखकर रुई जैसा दिखने लगता है। ऐसे में नाभि में खुजली, ड्राईनेस या जलन महसूस हो सकती है। इसलिए नहाते समय नाभि को अच्छी तरह पानी से साफ करना जरूरी है।
क्या रुई आना किसी बीमारी का संकेत है?
एक्सपर्ट के अनुसार सामान्य स्थिति में नाभि में रुई आना बीमारी का संकेत नहीं है। यह एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है।
लेकिन यदि नाभि में -
दर्द,
सूजन,
खून,
या तेज बदबू
जैसी समस्याएं दिखाई दें, तो यह संक्रमण (Infection) का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से मिलना ज़रूरी है।
नाभि में रुई रोकने के घरेलू उपाय
नियमित तेल लगाना आयुर्वेद के अनुसार नाभि पर रोजाना तेल डालना बेहद लाभदायक है। सामान्य दिनों में तिल का तेल सर्दियों में सरसों का तेल उपयोग कर सकते हैं। इससे नाभि की त्वचा नरम रहती है, गंदगी कम जमती है और कई पेट से जुड़े फायदे भी मिलते हैं।

नाभि की नियमित सफाई
हर रात सोने से पहले कॉटन या मुलायम कपड़े से नाभि साफ करें। साबुन का झाग रह जाए तो गुनगुने पानी से धोकर साफ कर लें।

