दिल्ली ही नहीं बिहार के 7 शहरों की हवा भी हुई जहरीली, आरा में सबसे अधिक AQI दर्ज
punjabkesari.in Saturday, Dec 13, 2025 - 01:44 PM (IST)
नारी डेस्क : जहां दिल्ली में प्रदूषण ने लोगों की जिंदगी मुश्किल बना दी थी और लोगों का क्षेत्र से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया था, वही हाल अब बिहार में भी देखने को मिल रहा है। बिहार में वायु गुणवत्ता एक बार फिर चिंता का विषय बन गई है। शुक्रवार को कम से कम सात शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘खराब' श्रेणी में पहुंच गया, जिसमें आरा सबसे ऊपर रहा, जहां AQI 266 दर्ज किया गया। अधिकारियों ने इस स्थिति की पुष्टि की है।
इन शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, ‘खराब' श्रेणी में शामिल अन्य शहरों में शामिल हैं।
बिहार शरीफ – AQI 261
राजगीर – AQI 261
समस्तीपुर – AQI 258
बक्सर – AQI 229
हाजीपुर – AQI 229
पटना – AQI 217
विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की कम गति और तापमान में गिरावट के कारण इन शहरों में वायु गुणवत्ता ‘खराब' श्रेणी में पहुंच गई।
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AQI कैटेगरी क्या कहती है?
CPCB के मानकों के अनुसार
0–50 : अच्छा
51–100 : संतोषजनक
101–200 : मध्यम
201–300 : खराब
301–400 : बहुत खराब
401–500 : गंभीर
इसका मतलब है कि आरा और अन्य शहरों की हवा लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है।
लोगों को प्रदूषण से बचने के लिए ये कदम उठाने चाहिए
घर के अंदर सफाई और एयर फिल्ट्रेशन
घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
खिड़कियों और दरवाजों को ऐसे समय पर बंद रखें जब बाहर का धुआं या धूल ज्यादा हो।
घर के अंदर नियमित सफाई और वेंटिलेशन करें।
मास्क का इस्तेमाल
बाहर निकलते समय एन95 या एन99 मास्क पहनें, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए।
मास्क धूल और धुएं से फेफड़ों को बचाता है।
बाहर निकलने के समय सावधानी
धूल और धुएं वाले समय में खुली हवा में व्यायाम या लंबी सैर कम करें।
ट्रैफिक वाले इलाकों और निर्माण स्थलों से दूर रहें।
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स्वस्थ खानपान
हरी सब्ज़ियां, फल और पानी अधिक लें।
एंटीऑक्सिडेंट युक्त भोजन फेफड़ों और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
वाहन और प्रदूषण कम करना
निजी वाहनों का कम इस्तेमाल करें, सार्वजनिक परिवहन या साइकल का उपयोग बढ़ाएं।
वाहनों की नियमित मेंटेनेंस करें ताकि धुआँ कम निकले।
स्थानीय जानकारी पर ध्यान दें
AQI (Air Quality Index) को देखें और वायु गुणवत्ता खराब होने पर बाहर निकलने से बचें। बच्चों, बुजुर्गों और फेफड़ों या दिल की बीमारी वाले लोग विशेष सावधानी रखें।

