भूखी रही Bhavana Khanna पर नहीं छोड़ी ट्रेनिंग! एयरहोस्टेस बन किया पिता का सीना गर्व से चौड़ा
punjabkesari.in Wednesday, Apr 12, 2023 - 12:03 PM (IST)
भारत के ज्यादतर राज्यों में बहुत क्षेत्र आज भी पिछड़े हुए हैं। बात करें अगर यूपी की तो यहां बहुत से क्षेत्र काफी अविकसित है। लेकिन जरूरी नहीं है कि कोई पिछड़े क्षेत्र में पैदा हुआ है तो वो बड़े सपने देखकर उसे पूरा नहीं कर सकता। यूपी के सहारनपुर में एक गरीब लड़की ने भी ऐसा ही सपना देखा और अपने सपने को पूरा करने के लिए जी-जान लगा दी। हम बात कर रहे हैं भावना खन्ना की जो एयरहोस्टेस बनकर हवाओं से बातें करना चाहती थी। बता दें कि भावना ऐसे तबके से आती हैं जहां लड़कियों की शादी बहुत ही कम उम्र में हो जाती है। यहां पर महिलाएं बस बच्चा पैदा करने की एक मशीन बन जाती हैं, ऐसे में भावना के लिए अपने सपनों को पूरा करना आसान नहीं था।
सिर्फ 14 साल की उम्र में भावना ने देखा एयरहोस्टेस बनने का सपना
दरअसल भावना ने खुद से अपने संघर्ष की कहानी सोशल मीडिया पर शेयर की है। उनका है कि चाहे वो अपने गांव वालों की तरह सामान्य जीवन जी रही थीं, लेकिन वो उड़ने के सपने देख रही थी। वो कहती हैं कि जब भी वो घर के ऊपर हवाई जहाज देखती तो सोचती थी 'मैं भी एक दिन उड़ान भरूंगी'। तब भावना सिर्फ 14 साल की थी। लेकिन जब भावना ने ये बात अपने पिता को बताई जो कि एक रिक्शा ड्राइवर थे, तो उन्होंने अपने बेटी को इसके लिए साफ मना कर दिया। इसके पीछे यह वजह थी कि उन्होंने सुना था कि इस क्षेत्र में यौन शोषण और शारीरिक उत्पीड़न जैसे काम भी होते हैं। ये फील्ड लड़कियों के लिए अच्छा नहीं है।
जिद पर अड़ गई भावना
लेकिन भावना का मन तो अब बस इसी चीज में लग गया था। उनकी जिद के आगे पापा को हार मनानी पड़ी और आखिरकार भावना ने एयरहोस्टेस के लिए अप्लाई कर दिया। लेकिन यहां भी उसकी मुश्किलों कम नहीं हुई। बोर्ड एग्जाम और उनका जॉब इंटरव्यू एक साथ पड़ गया। भावना बोर्ड एग्जाम देने गई और साथ में एयरहोस्टेस का इंटरव्यू देने के लिए अपने कजिन भाई-बहनों के कपड़े मांगकर ले गईं। वो एग्जाम देने के बाद दिल्ली की ट्रेन में बैठ गईं। दिल्ली में 1500 लोगों की भीड़ में भावना सेलेक्ट हुई।
खान- पीए बिना की एयर होस्टेस की ट्रेनिंग
लेकिन भावना की खुशी ज्यादा देर रही नहीं। उनसे 50,000 रुपये डिमांड किए गए। ये पैसे लेकर उन्हें मुंबई जाना था औप फीस के तौर पर जमा करने थे और यहीं पर उनकी ट्रनिंग होनी थी। यहां पर मां ने साथ दिया और रिश्तेदारों से पैसे उधार लिए और बेटी भावना को लेकर मुंबई गई। लेकिन इस शहर का खाना-पीना बहुत महंगा था, जिसके चलते फीस के आधे पैसे खर्च हो गए और उन्होंने जैसे-तैसे आधी फीस जम करके काम चलाया। भावना अपनी ट्रनिंग के दौरान पनवेल अपने एक रिश्तेदार के यहां रुकी जो खुद झुग्गी-झोपड़े में रहते थे।यहां पर भावना को कई दिन तक खाना नहीं मिलता था और 3 किमी चलकर ट्रेनिंग लेने जाती थी।
आखिरकार भावना की मेहनत रंग लाई और वो indigo एयरलाइन्स में एयरहोस्टेस बन गई। अपना सर्टिफिकेट देख भावना की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। आज भावना ने अपने पिता का नाम रोशन करके अच्छे पद पर कार्यरत है और अच्छी खासी सैलारी ले रही है।