बच्चों का पाचन तंत्र मजबूत करेगा आलूबुखारा का जूस, रोज पिलाने से होंगे और भी फायदे
punjabkesari.in Wednesday, Mar 01, 2023 - 11:07 AM (IST)
बच्चे स्वभाव से थोड़े चंचल होते हैं जिसके कारण वह कोई भी चीज खाने से बिल्कुल भी परहेज नहीं करते। खासकर 0-3 साल के बच्चों के यदि खान-पान पर ध्यान न दिया जाए तो उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में पेरेंट्स को उनके स्वास्थ्य का खास ध्यान रखना चाहिए। आप उनकी डाइट में हैल्दी चीजें शामिल कर सकते हैं। हैल्दी चीजों में से एक है आलूबुखारा का जूस। आलूबुखारा का जूस बच्चे की पाचन क्रिया को मजबूत बनाने में मदद करता है। तो चलिए आपको बताते हैं आलूबुखारा का जूस पीने से बच्चे को क्या-क्या फायदे होंगे...
आलूबुखारा में पाए जाने वाले पोषक तत्व
इसमें विटामिन-सी, विटामिन-के, विटामिन-बी6 जैसे पोषक तत्वों की काफी अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा आलूबुखारा में फाइबर मौजूद होता है जो पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलवाने में मदद करता है।
बच्चों के लिए आलूबुखारा जूस के फायदे
एनीमिया की कमी होगी पूरी
आजकल बच्चों में खून की कमी की समस्या बहुत ज्यादा हो रही है। ऐसे में आप उनकी डाइट में आलूबुखारा का जूस शामिल कर सकते हैं। इसमें आयरन काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो एनीमिया दूर करने में मदद करता है।
कोलेस्ट्रॉल करेगा कंट्रोल
आलूबुखारा का जूस बच्चे का कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में भी सहायता करता है। इसमें क्लोरोजेनिक नाम का एसिड पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायता करते हैं।
हड्डियों को बनाएगा मजबूत
इस जूस का सेवन करने से बच्चों के शरीर में से टॉक्सिन्स पदार्थ भी बाहर निकलते हैं। इसके अलावा आलूबुखारा हड्डियों और मांसपेशियों को भी मजबूत करने में मदद करता है
कब्ज से मिलेगी राहत
आलूबुखारा का जूस बाउल मूवमेंट सुधारने में भी मदद करता है। यह कब्ज, पेट दर्द जैसी समस्याओं से राहत दिलवाने में मदद करता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, आलूबुखारा जूस नैचुरल लैक्सेटिक एसिड का बहुत अच्छा स्त्रोत माना जाता है। ऐसे में पाचन क्रिया के लिए बहुत ही स्वस्थ माना जाता है। ऐसे में इसका सेवन करने से बच्चे का पाचन तंत्र मजबूत रहेगा।
क्या रोजाना दे सकते हैं बच्चे को आलूबुखारा जूस?
आलूबुखारा का पेरेंट्स बच्चे को देने के लिए अक्सर कंफ्यूज रहते हैं। वहीं एक्सपर्ट्स की मानें तो आप रोज बच्चे को आलूबुखारा जूस न दें शुरुआत में आप उन्हें सिर्फ 100 मिलीलीटर जूस का सेवन करवा सकते हैं। यदि जूस देने से बच्चे को कोई एलर्जी नहीं होती और इससे उनकी पेट से जुड़ी समस्याएं खत्म हो रही है तो आप उन्हें रोजाना जूस का सेवन करवा सकते हैं।