मनाली जा रहे हैं तो जरूर लिजिये रोपवे की राइड, सिर्फ 4 मिनट में पहुंच जाएंगे बगलामुखी मंदिर
punjabkesari.in Friday, Jan 17, 2025 - 06:59 PM (IST)
नारी डेस्क: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के पंडोह डैम के पास से माता बगलामुखी मंदिर के बना रोपवे इन दिनों लोगों विशेषकर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ हुआ है। बीती तीन दिसंबर को इसका शुभारंभ हुआ था जिसके बाद यहां रोजाना बड़ी संख्या में पर्यटक और स्थानीय लोग इस रोपवे की राइड का आनंद उठाने यहां पहुंच रहे हैं। इससे क्षेत्र में पर्यटन विस्तार की नई संभावनाएं बढ़ी हैं।
यह मंदिर चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे के ठीक सामने है, लेकिन बीच में ब्यास नदी और पंडोह डैम है और इस कारण मंदिर तक जाने के लिए 14 किमी का सफर तय करके जाना पड़ता था। करीब 800 मीटर के रोपवे से अब यह दूरी मात्र चार मिनट में पूरी हो रही है। रोपवे बनने के बाद अब वे बुजुर्ग भी माता के दरबार आ पा रहे हैं, जो कभी यहां नहीं पहुंच पाए थे।
मंडी निवासी 84 वर्षीय बुजुर्ग ने बताया कि रोपवे बनने के बाद ही वे पहली बार माता के दरबार में आए हैं, क्योंकि अब यहां आना बहुत सी आसान हो गया है। लोगों ने इसे सरकार की एक अच्छी पहल बताया और ऐसे रोपवे दूसरे धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर भी लगाने का सुझाव दिया, क्योंकि इससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
लोगों का कहना है कि पंडोह डैम के जलाशय के ऊपर एक रोमांचक सफर का अपना अलग ही मजा है। रोपवे पर सफर के दौरान हेलीकॉप्टर में सफर करने जैसा महसूस होता है। रोपवे पर यात्रियों से एकतरफा सफर के 150 रुपए जबकि दो तरफा सफर के 250 रुपए लिए जा रहे हैं। बच्चों से एकतरफा 75 जबकि दो तरफा 125 रुपए बतौर किराया लिए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों के लिए सरकार की तरफ से काफी रियायत दी गई है।
माता बगलामुखी मंदिर के पास रहने वाले लोगों से एकतरफा यातायात के 30 रुपए जबकि दो तरफा यातायात के 50 रुपए और बच्चों से 15 और 25 रुपए लिए जा रहे हैं। यह रोपवे सुबह नौ बजे से शुरू हो जाता है और शाम सात बजे तक सेवाएं जारी रहती हैं। रोजाना 250 या इससे अधिक लोग इस रोपवे से सफर कर रहे हैं। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने माता बगलामुखी मंदिर को नेशनल हाईवे के साथ जोड़ने की मंशा से छह फरवरी 2022 को इस रोपवे का शिलान्यास किया था।