18 दिन बाद अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की घर वापसी, समुद्र में हुई स्पेसक्राफ्ट की सफल लैंडिंग
punjabkesari.in Tuesday, Jul 15, 2025 - 03:22 PM (IST)

नारी डेस्क: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 18 दिनों के अंतरिक्ष मिशन के बाद पृथ्वी पर वापस आ गए हैं। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर सवार एक्सिओम-4 चालक दल, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 18 दिनों के प्रवास के बाद प्रशांत महासागर में उतरे। कैलिफोर्निया अपतटीय क्षेत्र में उतरने से पहले ड्रैगन अंतरिक्ष यान के पैराशूट खोले गए। इस पल का सभी को बेसर्बी से इंतजार था।
#WATCH | ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर सवार एक्सिओम-4 चालक दल, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 18 दिनों के प्रवास के बाद प्रशांत महासागर में उतरे।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 15, 2025
(वीडियो सोर्स: एक्सिओम स्पेस/यूट्यूब) pic.twitter.com/Kgz0roQgxh
लखनऊ में शुभांशु शुक्ला परिवार उनके लिए प्रार्थना कर रहा था। राजधानी के त्रिवेणी नगर इलाके में स्थित उनके परिवार के घर को उत्सवी रोशनी से सजाया गया है और घर के बाहर उनके उपनाम "शक्स" के पोस्टर लगे हैं। शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा- "आज हमारे लिए बहुत खुशी का दिन है। हम ईश्वर से उसकी सुरक्षित लैंडिंग के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। यह बहुत खुशी की बात है कि वह अपना मिशन सफलतापूर्वक पूरा करके वापस आ रहा है।"
#WATCH | एक्सिओम-4 मिशन | लखनऊ, उत्तर प्रदेश: ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के परिवार ने उनके और ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर सवार एक्सिओम-4 चालक दल द्वारा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 18 दिनों के प्रवास के बाद पृथ्वी पर लौटने पर जश्न मनाया। pic.twitter.com/iyTbh1bWvR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 15, 2025
शुभांशु ड्रैगन 'ग्रेस' अंतरिक्ष यान से सुरक्षित लौटे, जो सोमवार को भारतीय समयानुसार शाम 4:45 बजे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हुआ। उनके साथ मिशन कमांडर पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू भी हैं - ये सभी वाणिज्यिक एक्सिओम-4 मिशन का हिस्सा हैं। राकेश शर्मा के 1984 के मिशन के बाद, शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री बनकर इतिहास रच गए, जिससे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की बढ़ती उपस्थिति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर जुड़ गया।