दिलीप कुमार की कब्र पर अमिताभ का कुछ ऐसा था हाल, बोले- अब मिट्टी के ढेर में सिमट गया
punjabkesari.in Saturday, Jul 10, 2021 - 01:16 PM (IST)
दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार के निधन से स्टार्स से लेकर फैंस तक सदमे में है। एक्टर के चाहने वाले आए दिन उन्हें याद कर सोशल मीडिया पर एक्टर को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। हाल ही में धर्मेंद्र ने एक्टर की यादों में खोए हुए नजर आए थे। वहीं अब अमिताभ बच्चन भी दिलीप कुमार के निधन से सदमे में हैं। उन्होंने दिलीप कुमार को याद कर एक ब्लाॅग लिखा है। जो काफी वायरल हो रहा है। अमिताभ बच्चन दिलीप कुमार को अंतिम विदाई देने कब्रिस्तान पहुंचे थे। जहां का हाल उन्होंने अपने ब्लाॅग में बयां किया है।
अमिताभ लिखते हैं, 'मैं धरती पर उस मिट्टी के ढेर के सामने खड़ा हूं, जिसे अभी-अभी खोदा जा रहा है। उस मिट्टी के ढेर पर बिखरी कुछ मालाएं और फूल.. और उसके आसपास कोई नहीं..वह उसके नीचे सोए हुए हैं...वह शांतिपूर्ण और शांत है। यह विशाल उपस्थिति.. प्रतिभा का यह पहाड़..यह भव्य रचनात्मक दूरदर्शी..उत्कृष्ट की यह उत्कृष्टता..परम.. अब कब्र के एक छोटे से ढेर में सिमट गई। वह चला गया है.. और दुनिया रुकी नहीं है.. यह निरंतर गति में है.. और हम आगे बढ़ते हैं.. जैसा कि कई अन्य लोग रोजमर्रा की जिंदगी में करते हैं।'
बिग बी आगे लिखते हैं, 'उनके शब्दों और प्रदर्शन की याद में.. उनका हर छोटा विवरण जो आपने साथ बिताया उसे..वह चला गया, लेकिन वो यादें नहीं.. धन्यवाद सिनेमा.. धन्यवाद.. हम जब चाहें उसे देख सकते हैं.. अपने घरों में दूसरों के घरों में हमारे हाथों की हथेली में.. हम उसे देखेंगे यह देखने के लिए कि उसने हम सभी के लिए क्या छोड़ा..इतिहास हमेशा रहेगा..दिलीप कुमार से पहले और दिलीप कुमार के बाद.. हमेशा से ऐसा ही था.. अब पहले से कहीं ज्यादा।'
Dosto, Dalip Sahab ki rukhsati par ... mere ...aap ke runde runde jazbaat ye ... uss Azeem fankar... uss neek rooh insaan ko.... ek Shradhanjali hai 🙏. woh chale gaye ..un ki yaadein na ja payegi🙏 pic.twitter.com/ZEc1CNs8xL
— Dharmendra Deol (@aapkadharam) July 9, 2021
इससे पहले धर्मेंद्र ने दिलीप कुमार को याद करते हुए एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था, 'नौकरी करता, साइकिल पर आता जाता, फिल्मी पोस्टर में अपनी झलक देखता। रातों को जागता, अनहोने ख्वाब देखता, सुबह उठकर आईने से पूछता-मैं दिलीप कुमार बन सकता हूं क्या? दोस्तों, दिलीप साहब की रखस्ती पर मेरे आपके रौंदे-रौंदे जज्बात ये। उस अजीम फंकार, उस नेक रूह इंसान को एक श्रद्धांजलि है। वो चले गए उनकी यादें न जा पांएगी।'