क्या मां लक्ष्मी दे रही हैं कुछ संकेत? काशी विश्वनाथ के बाद अब भैरव मंदिर में भी दिखा उल्लू
punjabkesari.in Saturday, Aug 23, 2025 - 06:51 PM (IST)

नारी डेस्क: कुछ दिनों पहले काशी विश्वनाथ मंदिर में उल्लू दिखाई दिया था जिसे एक शुभ संकेत माना गया था। अब वाराणसी के लाट भैरव मंदिर में भी ऐसा ही दृश्य देखने को मिला। हिंदू धर्म में उल्लू को मां लक्ष्मी का वाहन माना गया है। इसका अर्थ है कि जहां उल्लू का दर्शन होता है वहां समृद्धि, धन और सौभाग्य का आगमन होता है।
वायरल हुई वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दावा किया गया है कि लाट भैरव मंदिर के एक पेड़ की डाल पर उल्लू का एक जोड़ा दिखाई दिया। काशी के न्यायाधीश के रूप में लाट भैरव की विशेष पहचान है, ऐसे में मंदिर परिसर में उल्लू दिखना लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार संकेत :
उल्लू मां लक्ष्मी का वाहन है, इसलिए काशी विश्वनाथ जैसे पवित्र स्थान पर उसका दिखना यह संकेत माना जाता है कि वहां धन की देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा होने वाली है। इसका अर्थ यह भी होता है कि भक्तों के जीवन में धन-संपत्ति, सुख और समृद्धि का आगमन हो सकता है। काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग में उल्लू दिखने के बाद यह माना गया कि भक्ति और श्रद्धा से की गई पूजा रंग लाएगी और सभी भक्तों की मनोकामनाएँ पूर्ण होंगी।

सकारात्मक ऊर्जा का संकेत
मंदिर परिसरों में बार- बार उल्लू का दिखना शुभ शकुन माना जा रहा है और यह संकेत देता है कि नकारात्मक शक्तियां दूर होंगी और घर-परिवार में सकारात्मकता का संचार होगा। लाट भैरव मंदिर की बात करें तो यह मंदिर काशी के आठ भैरवों में से एक है, जिसे काशी के न्यायाधीश के रूप में पूजा जाता है, और इसकी स्थापना कालभैरव को काशी का क्षेत्रपाल नियुक्त करने के समय से जुड़ी है।