Coronavirus: कोरोना के बाद सेहत को लेकर आएंगे ये बदलाव
punjabkesari.in Friday, Apr 17, 2020 - 09:17 AM (IST)
कोरोना की वजह से लोगों को ना सिर्फ घर पर रहना पड़ रहा है बल्कि उनकी आदतों में भी काफी बदलाव आया है। ऐसे में लोगों के मन में काफी सवाल उठ रहे हैं कि कोरोना के बाद सेहत में क्या बदलाव आएंगे? सोशल लाइफ कैसी होगी? लोगों के व्यवहार में कैसे बदलाव आएंगे?
हर विपदा हमें कुछ सिखाती है और हमारी अपनी शक्तियों से हमारा परिचय करवाती है। चलिए जानते हैं कि कोरोना वायरस लोगों में लाएगा कौन-से बदलाव...
सेहत को लेकर बदलेगी लोगों की सोच
. कोरोना की वजह से लोग अपनी सेहत को लेकर काफी सतर्क हो गए हैं। लोग अपनी हेल्थ पर अधिक ध्यान देंगे।
. हालांकि घर में रहने की वजह से स्ट्रेस बढ़ रहा है लेकिन हेल्थी रहने की आदत कोरोना खत्म होने के बाद इस समस्या को भी खत्म कर देगी।
. डाइट को लेकर लोगों में अधिक जागरूकता आएगी।
. इस दौरान लोगों को जो नियम अपनाने के लिए कहा जा रहा है, वे सब पहले से ही भारतीय संस्कृति का हिस्सा हैं। जैसे, घर के अंदर आने से पहले जूते-चप्पल बाहर ही खोलना। ऐसे में हो सकता है कि लोग आगे भी अपनी इन आदतों को ना बदलें।
. लोग हाथ-पैर धोकर घर के अंदर प्रवेश करना, प्रणाम करना और अधिक से अधिक हैल्दी डाइट लेना जैसी हैबिट्स को फॉलो करें।
. लोगों में जिंदगी को लेकर पॉजिटिविटी बढ़ेगी।
. शाकाहारी भोजन की तरफ लोगों का अधिक ध्यान होगा।
सेहत को लेकर होंगे सतर्क
भारतीय समाज में अक्सर लोग अपनी छोटी-छोटी प्रॉब्लम्स को इग्नोर कर देते हैं। मगर, इस वायरस की वजह से लोग अपनी सेहत को लेकर सतर्क होंगे।
ये भी हो सकते हैं बदलाव
-सेविंग हेबिट में बढ़ोतरी होने से सोसायटी की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
-लोगों में हेल्पिंग एटिट्यूट बढ़ेगा।
-एक बार फिर हमारा समाज अपनी जड़ों के महत्व को समझेगा।
जो हमारे लिए बेहतर है
हैंड वॉश करना, हाइजीन का ध्यान रखना, फास्ट फूड कम खाना और हेल्दी डाइट पर अधिक ध्यान देना जैसी बातों पर भी लोग ध्यान देंगे, जो हमारे लिए बेहतर है।
प्रदूषण संबंधी बीमारियों पर लगाम संभव
लॉकडाउन की वजह से प्रदूषण के स्तर में भी काफी कमी आई है। आसमान, नदियां और हवा स्वच्छ हो गए हैं। वहीं आसमान में ओजोन परत भी काफी कम हो चुकी है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि आगे भी लोग प्रदूषण फैलाने वाली आदतों पर लगाम लगाएंगे।
आज की स्थिति को देखते हुए हमें ऐसी जीवनशैली की प्लानिंग करनी चाहिए, जिससे आगे से कभी कोई महामारी हमारे समाज में फैले ही नहीं।