बच्चों को सिखाएं हाथ धोने का सही तरीका, बीमारियों से रहेंगे दूर
punjabkesari.in Wednesday, Jan 09, 2019 - 03:23 PM (IST)
पेरेंट्स शुरू से ही अपने बच्चों को अच्छी आदतें सिखाते हैं, ताकि वो हमेशा हेल्दी रहें। वह बच्चो को खान-पान और आउटडोर गेम्स के बारे में तो अच्छे से बता देते हैं, लेकिन हाथों की सफाई के बारे में बताना अक्सर भूल जाते हैं। एक शोध के अनुसार, हाथों की साफ-सफाई से कई बीमारियों की आशंका कम हो जाती है। ठीक से हाथ ना धोने की वजह से सर्दी, फ्लू जैसी अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज हम आपको कुछ खास बाते बताएंगे जिससे आप अपने बच्चों का ठीक से ख्याल रख पाएंगे।
हाथ धोने की आदत
बच्चों को यह बताना बहुत जरूरी है कि कब हाथ धोने चाहिए। खाना पकाने से पहले, खाना पकाने के बाद, खाने से पहले, रुमाल या टिशू पेपर इस्तेमाल करते हुए, बीमार व्यक्ति की देखभाल से पहले व बाद में, कॉन्टैक्ट लैंस लगाने या निकालने के बाद, बगीचे में मिट्टी या पेड़-पौधों में काम करने के बाद, पालतू पशुओं को छूने के बाद, टॉयलेट इस्तेमाल के बाद, बच्चों की नैपी बदलने के बाद। इसके अलावा भी जब कोई काम करते हैं तो तुरंत हाथ धो लेने चाहिए। इससे कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
कैसे धोएं हाथ
आप बच्चों के साथ हाथ धोने में मदद करें। उन्हें बताएं कि हाथ कैसे धोने चाहिए।
सबसे पहले हाथ पानी से साफ करें। फिर साबुन लगाकर हाथों को 20 सेकेंड्स तक आपस में रगड़ें।
इसके बाद पानी से अच्छी तरह से धोएं। फिर हाथों को साफ तौलिये से पोछें।
इसके साथ अगर आप सफर कर रहे हों तो अल्कोहल-युक्त हैंड सैनेटाइजर का इस्तेमाल करना भी उन्हें जरूर सिखाएं।
ऐसे होती है सफाई
हाथ धोने के लिए साधारण साबुन और नल का पानी सबसे बेस्ट हैं। यह साबुन जर्म्स को मारते तो नहीं लेकिन धोने के दौरान वे बह जाते हैं। अगर एंटीबैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल करें तो इससे गुड बैक्टीरिया भी कई बार मर जाते हैं। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। हमेशा रेगुलर साबुन का ही उपयोग करें यह सबसे सही तरीका है।
बरतें सावधानी
बच्चों के साथ ट्रैवल करते समय पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करना पड़ता है। इस दौरान ध्यान रखें कि आप भी अच्छे से हाथ धोएं। टॉयलेट के नल से लेकर दरवाजे की हैंडल पर जर्म्स होते हैं, जो आपके हाथों में चले जाते हैं। आप बाहर निकलने के बाद हाथों पर सैनेटाइजर भी लगा सकते हैं। इसके अलावा हैंडल पकड़ने के लिए टिशू पेपर का इस्तेमाल करें।