बीवी के शक के चलते दुनिया को अलविदा कह गए थे गुरुदत्त
punjabkesari.in Saturday, Nov 23, 2019 - 06:25 PM (IST)

बॉलीवुड इंडस्ट्री में यूं तो ढेरों सिंगर्स ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा मगर कुछ पुराने सिंगर्स भी है जिनकी गाने आज भी लोगों के जहन में आते हैं, उन्हीं में से एक गीता दत्त भी हैं जो दुनिया को तो अलविदा कह गई लेकिन अपनी गायकी का जादू पूरी दुनिया में छोड़ गई। गीता दत्त का पारिवारिक जीवन हमेशा उतार-चढ़ाव से भरा रहा, उनके जीवन का दर्द उनकी गायकी में जब उतरा तो सीधे लोगों के दिलों तक पहुंचा। गीता की प्रोफेशन लाइफ का कनेक्शन उनकी पर्सनल लाइफ से रहा। चलिए जानते हैं उनकी उसी दर्द भरी कहानी के बारें में....
- गायिकी में लता मंगेशकर को कड़ी टक्कर देने वाली गीता दत्त
- पर्सनल लाइफ की गलफहमियों ने बर्बाद किया करियर
- बड़ी दुखभरी हैं गीता-गुरुदत्त की लवस्टोरी
- शक बना था दोनों के बिगड़े रिश्तों की वजह
- शक ने ही खत्म कर दी दोनों कलाकारों की जिंदगी
23 नवंबर 1930 को बंगाल के एक जमींदार परिवार में जन्मीं अभिनेत्री और गायिका गीता दत्त का असली नाम गीता घोष चौधरी था। गीता के 10 भाई बहन थे। गानों की शौकीन गीता दत्त अभिनय की भी शौकीन थीं। 1951 में गुरु दत्त बतौर निर्देशक अपनी पहली फिल्म बाजी बना रहे थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात गीता दत्त से गाने के सिलसिले में हुई। इस बीच गीता दत्त और गुरुदत्त के बीच नजदीकियां बढ़ीं। तीन साल रिलेशनशिप में रहने के बाद दोनों ने 1953 में शादी कर ली।
कहा जाता है कि अगर गीता की पर्सनल लाइफ में डिस्टरबेंस ना होता तो शायद वो लता को टक्कर देने वाली एकलौती गायिका थी लेकिन शादी के बाद उनके जीवन में इतने उतार-चढ़ाव आए कि ना तो उनके करियर ने ही उड़ान भरी और ना ही उनकी पर्सनल लाइफ ही ट्रैक पर आ पाई। जी हां, गीता दत्त की शादी गुरू दत्त से तो हुई लेकिन दोनों के बीच की ईगो के कारण इनका रिश्ता भी काफी प्रभावित हुआ। जी हां, बता रहे हैं गीता दत्त और गुरु दत्त के रिश्ते के कुछ ऐसे पहलू जिसने दोनों के रिश्तों में दरार पैदा कर दी।
गीता दत्त और गुरु दत्त दोनों ही बहुत बड़े कलाकार थे लेकिन एक रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों में ईगो का टकराव था। कहते हैं कि शादी के बाद गुरुदत्त ने गीता को फिल्मों में गाने से रोक दिया था। यह भी टकराव की वजह बनी। दोनों की शादी 11 साल तो चली लेकिन इस बीच दोनों में प्यार बढ़ने के बजाए एक-दूसरे के प्रति नफरत बढ़ती चली गई। कहा जाता है कि गीता और गुरु दत्त के रिश्तों में काफी ज्यादा गलतफहमियां थीं। वहीं गीता को हमेशा लगता था कि गुरु का बाहर किसी के साथ अफेयर चल रहा है, यहीं वजह थी कि गीता झगड़ा कर बार-बार मायके जाने लगी जिस वजह से गुरूदत्त डिप्रेशन में चले गए। इसके बाद दोनों के जीवन में वहीदा रहमानन की एंट्री हुई जिसके बाद दोनों के रिश्ते बिगड़े ही चले गए।
पति गुरुदत्त ने रिश्ते सुधारने के लिए पत्नी गीता के लिए एक फिल्म शुरू की लेकिन झगड़े इतने बढ़ गए कि दो दिन बाद ही फिल्म की शूटिंग रोकनी पड़ी। गुरुदत्त की बिगड़े रिश्तों को सुधारने की वजह एक कोशिश भी नाकामयाब हो गई और फिर 1964 में गुरु दत्त किराए के फ्लैट में मृत पाए गए। कहा जाता है कि उन्होंने नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली थी। पति की मौत के गम में गीता भी शराब की आदी हो गई जिसके बाद उनकी आर्थिक स्थिति तो बिगड़ती चली गई लेकिन उनकी सेहत भी खराब रहने लगी। आखिरीकार 1972 में लिवर की बीमारी के चलते गीता दत्त की भी मौत हो गई।
यूं कहा जा सकता है कि गीता और गुरु का प्यार शक के प्रवान चढ़ गया जिसने दोनों को ही खत्म कर दिया। आपको हमारा पैकेज कैसा लगा हमें बताना ना भूलें।