जानें, आखिर क्यों भूतिया तरीके से मनाया जाता है 'Halloween Day'
punjabkesari.in Tuesday, Oct 30, 2018 - 04:44 PM (IST)

'हैलोवीन डे' पश्चिमी देशों में मनाया जाने वाले खास त्यौहार है। 31 अक्टूबर को मनाए जाने वाले इस त्यौहार में लोग घर को डरावने तरीके से सजाने के साथ-साथ 'हैलोवीन थीम ड्रैसिस' भी पहनते हैं। पश्चिम देशों के इस त्यौहार का ट्रेंड भारत में भी खूब देखने को मिल रहा है लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह दिन सेलिब्रेट क्यों किया जाता है? चलिए जानते हैं आखिर 'हैलोवीन डे' मनाया क्यों जाता है और क्या है इसकी कहानी।
क्यों मनाया जाता है Halloween Day?
'हैलोवीन डे' का खुमार पश्चिमी देशों के साथ-साथ भारत पर भी चढ़ने लगा है। ब्रिटेन, अमेरिका, जापान, मेक्सिको के साथ-साथ भारत में भी लोग मेकअप व ड्रेस के साथ 'भूत' बनकर इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं। जहां बच्चों के लिए यह चॉकलेट्स लेने का दिन है वहीं बड़ें लोग इस दिन पूर्वजों की आत्मा शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। यह दिन 'सेल्टिक कैलेंडर' का आखिरी दिन होता है इसलिए सेल्टिक लोग इसे नए वर्ष की शुरूआत में मनाते हैं।
ऐसे हुई 'हैलोवीन डे' की शुरूआत
हैलोवीन दिवस को आल हेलोस इवनिंग, आल हैलोवीन, आल होलोस ईव और आल सैंट्स ईव भी कहा जाता है। किसानों की मान्यता थी कि बुरी आत्माएं धरती पर आकर उनकी फसल को नुकसान पहुंचा सकती हैं। ऐसे में उन्हें भगाने के लिए वह खुद डरावना रूप अख्तियार कर लेते थे। धीरे-धीरे यह दिन त्यौहार के रूप में मौज-मस्ती के साथ सेलिब्रेट किया जाने लगा।
ऐसे सेलिब्रेट किया है यह दिन
-इस दिन लोग डरावने कपड़े पहनते हैं और लोगों के घर जाकर कैंडी उपहार में लेते है।
-इरिश लोक कथाओं के अनुसार, हेलोवीन पर जैक ओ-लैंटर्न बनाने का रिवाज है। लोग खोखले कद्दू में आंख, नाक और मुंह बनाकर अंदर मोमबत्ती रखते हैं। इसके बाद इसे जमा कर दफना दिया जाता है।
-कई जगह लोग हैलोवीन डे के दिन पार्टी करते हैं और गेम्स खेलते हैं, जिसमें से डंकिंग या एप्पल बोबिंग भी एक है। इसे स्कॉटलैंड में डूंकिंग भी कहा जाता है। इसमें प्रतिभागियों को अपने दांतों से पानी में तैरते सेब को निकालना होता है।