राजा की हत्या: सोनम ने 7 बार बनाई थी साजिश, 2 प्लान हो जाते सफल तो ना जाती राजा की जान
punjabkesari.in Saturday, Jun 14, 2025 - 10:10 AM (IST)

नारी डेस्क: राजा रघुवंशी की हत्या कोई एक झटके में लिया गया फैसला नहीं था, बल्कि इसे बहुत पहले से प्लान किया गया था। मेघालय पुलिस की जांच में सामने आया है कि सोनम और उसके प्रेमी राज ने राजा की हत्या के लिए एक-दो नहीं, बल्कि सात बार साजिश रची थी। कई बार कोशिशें हुईं, लेकिन बार-बार उनका प्लान फेल होता रहा। अंत में 23 मई को शिलांग में राजा की हत्या कर दी गई।
क्यों करना चाहती थी सोनम राजा से पीछा छुड़ाना?
सोनम, राज से प्यार करती थी और उसी से शादी करना चाहती थी। लेकिन उसके पिता इस रिश्ते के खिलाफ थे। पिता दिल के मरीज थे, इसलिए सोनम चाहकर भी उनके खिलाफ खुलकर कुछ नहीं कर पा रही थी। इसी बीच परिवार ने उसकी शादी राजा से तय कर दी। सोनम ये शादी नहीं चाहती थी, इसलिए उसने और राज ने मिलकर राजा को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
पहला प्लान - खुद को नदी में बहता दिखाना
सोनम का पहला प्लान था कि वह खुद को नदी में बहा हुआ दिखाएगी, जिससे लोग सोचें कि वह गायब हो गई है। लेकिन जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे और भीड़ के कारण यह मुमकिन नहीं हो पाया।
दूसरा प्लान - सोनम जैसी दिखने वाली लड़की को मारना
राज और सोनम ने सोचा कि सोनम जैसी कद-काठी वाली किसी लड़की को मारकर उसकी लाश को जला दिया जाए, ताकि लोग समझें सोनम मर गई है। लेकिन उन्हें कोई लड़की नहीं मिली जो सोनम जैसी दिखती हो। ये प्लान भी फेल हो गया।
शादी तय हो गई, लेकिन प्लानिंग जारी रही
राजा से सोनम की शादी तय हो चुकी थी, लेकिन सोनम अब भी प्लानिंग कर रही थी कि शादी के बाद ही राजा को मार डाले। शादी से 11 दिन पहले सोनम और राज मिले और तय किया कि शादी के बाद राजा की हत्या करेंगे।
गुवाहाटी में हत्या की योजना
शादी के बाद सोनम ने योजना बनाई कि वह राजा को कामाख्या मंदिर दर्शन के बहाने गुवाहाटी ले जाएगी। वहां पहले से राज के भेजे गए तीन किलर - आकाश, आनंद और विशाल मौजूद थे।
राज ने इसके लिए 15 हजार रुपये, एक नया सिम कार्ड और एक बुरका भी खरीदा था। 19 मई को किलर गुवाहाटी पहुंच गए। 20 मई को सोनम राजा को लेकर गुवाहाटी पहुंची। भीड़ ज्यादा होने के कारण उस दिन राजा की हत्या नहीं हो पाई।
शिलांग में दो बार फेल हुई कोशिशें
जब गुवाहाटी में प्लान फेल हो गया, तो सोनम ने राजा को मनाया कि चलो शिलांग घूमने चलते हैं। 21 और 22 मई को शिलांग में भी दो बार हत्या की कोशिश हुई, लेकिन मौका नहीं मिला। 23 मई - आखिरी और सफल प्लान- आखिरकार 23 मई को सोनम राजा को एक सुनसान जगह ले गई। वहां पहले से मौजूद किलर्स ने राजा की बेरहमी से हत्या कर दी।
हत्या के बाद सोनम का भागने का प्लान
हत्या के बाद सोनम ने बुरका पहन लिया और टैक्सी से गुवाहाटी पहुंची। वहां से वह सिलीगुड़ी, फिर पटना, आरा और लखनऊ होते हुए 25 मई को इंदौर पहुंची। 2 जून को पुलिस को राजा की लाश मिल गई। 8 जून को आरोपी आकाश की गिरफ्तारी हुई। इसके बाद राज घबरा गया और सोनम को सिलीगुड़ी भागने को कहा।
राज और सोनम ने प्लान बनाया कि सोनम खुद को ड्रग्स की शिकार और अगवा की हुई लड़की की तरह पेश करेगी। लेकिन प्लान बदल दिया गया और सोनम को गाजीपुर जाने को कहा गया। वह ट्रेन से गाजीपुर पहुंची और वहां एक ढाबे पर जाकर नशे में होने का नाटक किया। फिर अपने भाई को फोन किया। यहीं से मामला मीडिया में फैल गया और पूरा राज खुलने लगा।
अब क्या कर रही है पुलिस?
मेघालय पुलिस इस पूरे केस की गहराई से जांच कर रही है। राज, सोनम और बाकी आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं। यह मामला कई परतों में सुलझ रहा है और पुलिस को हर दिन नई जानकारियां मिल रही हैं।