स्टाइल के चक्कर में न करें ये गलती, नेल एक्सटेंशन लगाने से पहले पढ़ें ये खबर

punjabkesari.in Thursday, Sep 04, 2025 - 10:59 AM (IST)

नारी डेस्क:   खूबसूरती के लिए नकली नाखून लगाना आजकल आम हो गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं इस शौक ने एक ब्रिटिश महिला की जान पर बन आई? हाल ही में उसे नेल एक्सटेंशन कराने के बाद स्किन कैंसर हो गया। डॉक्टरों का कहना है कि इस प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाली UV किरणें शरीर के लिए बेहद खतरनाक हैं।

नेल एक्सटेंशन की यह प्रक्रिया है खतरनाक

नेल एक्सटेंशन के लिए पहले प्लास्टिक के नकली नाखूनों को असली नाखूनों पर चिपकाया जाता है। इसके लिए जो गोंद इस्तेमाल होती है, उसमें हानिकारक रसायन मौजूद होते हैं। सबसे बड़ा खतरा तब होता है जब इस गोंद को सुखाने के लिए हाथों को एक विशेष UV मशीन में 10 मिनट तक रखा जाता है। इस मशीन से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणें स्किन कैंसर को जन्म दे सकती हैं।

PunjabKesari

डॉक्टरों ने बताया UV किरणों का सच

अपोलो हॉस्पिटल्स लखनऊ के डॉ. अनिमेष अग्रवाल ने बताया, "स्किन कैंसर मेलेनोमा गोरी त्वचा वालों को ज्यादा होता है, लेकिन UV किरणों के संपर्क में आने से कोई भी सुरक्षित नहीं। ब्रिटिश महिला को भी इन्हीं किरणों ने बीमार किया।" उन्होंने चेताया कि जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, उन्हें इन चीजों से दूर रहना चाहिए।

ये भी पढ़ें: बिना दवाओं के कंट्रोल करें कोलेस्ट्रॉल,हार्ट अटैक का खतरा भी रहेगा दूर

ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान

ब्रिटिश महिला के नाखूनों पर पहले काले धब्बे आए थे, जो कैंसर का पहला संकेत था। अगर आपको भी त्वचा पर कई जगह काले धब्बे, खुरदरी या पपड़ीदार त्वचा, अचानक नए घाव या मस्से, ज्यादा खुजली या चेहरे-कान पर मोती जैसी चीजें उभरती हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ये स्किन कैंसर के शुरुआती संकेत हो सकते हैं।

PunjabKesari

बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय

अपोलो अस्पताल हैदराबाद के ऑनकोलॉजिस्ट डॉ. एसवीएसएस प्रसाद ने बताया कि सनस्क्रीन लगाना, धूप में पूरी बाजू के कपड़े पहनना, हैट और काला चश्मा इस्तेमाल करना जरूरी है। उन्होंने कहा, "नेल एक्सटेंशन कराने वाले UV लैंप से दूर रहें। अगर बहुत जरूरी हो तो इसके विकल्प तलाशें।" डॉक्टरों का संदेश साफ है - खूबसूरती के लिए सेहत से खिलवाड़ न करें।
 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static