बच्चे के गले में फंस जाए सिक्का तो एसा करें, सही कदम से बच सकती है जान
punjabkesari.in Thursday, Aug 21, 2025 - 04:54 PM (IST)

नारी डेस्क : छोटे बच्चे अक्सर खेल-खेल में सिक्का, बटन, खिलौनों के छोटे हिस्से या बीज जैसी चीजें मुंह में डाल लेते हैं। यह उनकी जिज्ञासा का हिस्सा होता है, लेकिन कई बार यही आदत बड़ी मुसीबत बन सकती है। अगर सिक्का गले में फंस जाए तो बच्चा खांसने लगे, सांस लेने में तकलीफ हो या गले में दर्द बताए। यह पल किसी भी माता-पिता के लिए बेहद डरावना होता है।
विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी स्थिति में घबराने की बजाय तुरंत सही कदम उठाना बहुत जरूरी है। अगर 5 मिनट के अंदर सही तरीके अपनाए जाएं तो बच्चे की जान बचाई जा सकती है। आइए जानते हैं ऐसे समय में क्या करना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
1. सबसे पहले घबराएं नहीं
जब बच्चे के गले में सिक्का फंस जाए तो माता-पिता का सबसे पहला रिएक्शन घबराना ही होता है। लेकिन यही सबसे बड़ी गलती होती है। घबराने से आप सही कदम नहीं उठा पाएंगे और बच्चा भी आपकी हालत देखकर और ज्यादा डर जाएगा। उसकी सांस लेने में दिक्कत बढ़ सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप गहरी सांस लें, खुद को शांत रखें और बच्चे को भी भरोसा दिलाएं कि सब ठीक हो जाएगा। बच्चे को शांत माहौल देने से वह भी थोड़ा रिलैक्स होगा और आप सही समय पर सही कदम उठा पाएंगे।
2. बच्चे को खांसने दें
अगर सिक्का गले में फंसा है तो शरीर की सबसे पहली प्रतिक्रिया खांसना ही होती है। ऐसे में बच्चे को खांसने से रोकना नहीं चाहिए। खांसने से गले में फंसी वस्तु कई बार अपने आप बाहर आ जाती है। इसलिए बच्चे को कहें कि जितना हो सके, खांसता रहे। ध्यान रखें कि इस समय बच्चे को पानी या दूध पीने के लिए बिल्कुल न कहें, क्योंकि तरल पदार्थ सिक्के को और नीचे धकेल सकते हैं और खतरा बढ़ सकता है। बच्चे को थोड़ा आगे की ओर झुकाकर खांसने के लिए कहें, इससे सिक्के के बाहर आने की संभावना बढ़ जाती है।
3. पीठ पर थपथपाएं (1 से 8 साल के बच्चे के लिए)
अगर बच्चा 1 से 8 साल के बीच का है और सिक्का खांसने से बाहर नहीं निकल रहा है, तो अगला कदम पीठ पर थपथपाना होना चाहिए। इसके लिए बच्चे को अपनी गोद में उल्टा लिटाएं, यानी उसका पेट नीचे और चेहरा नीचे की ओर होना चाहिए। इसके बाद उसके कंधों के बीच अपनी हथेली से हल्के-हल्के 5 बार थपथपाएं। यह दबाव सिक्के को ढीला कर सकता है और वह गले से बाहर आ सकता है। ध्यान रखें कि थपकी बहुत जोर से न हो, वरना बच्चा चोटिल हो सकता है। यह तरीका अक्सर बच्चों में असरदार साबित होता है।
4. पेट पर दबाव डालें (Abdominal thrusts)
अगर पीठ पर थपथपाने से भी सिक्का बाहर नहीं आता, तो आप बच्चे के पेट पर हल्का दबाव डालने की कोशिश कर सकते हैं। इसे मेडिकल भाषा में Abdominal Thrust कहा जाता है। इसके लिए बच्चे को सीधा बैठाएं या खड़ा करें। अब उसकी नाभि के ठीक ऊपर अपनी मुट्ठी रखकर हल्का और तेज दबाव ऊपर की ओर दें। इस दबाव से पेट की हवा अचानक ऊपर की ओर जाती है और सिक्का बाहर निकलने की संभावना बढ़ जाती है। यह तकनीक कई बार जान बचाने में मददगार साबित होती है, लेकिन इसे सावधानी से करना चाहिए ताकि बच्चे को चोट न लगे।
5. तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं
अगर ऊपर बताए गए सभी तरीकों के बाद भी सिक्का बाहर नहीं निकलता है और बच्चा सांस लेने में दिक्कत महसूस कर रहा है, तो तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। ऐसे समय में एक सेकंड की भी देरी खतरनाक हो सकती है। अस्पताल में डॉक्टर सिक्का निकालने के लिए एंडोस्कोपी या अन्य सुरक्षित तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। कई बार सिक्का सांस की नली के पास फंस जाता है, जिसे केवल डॉक्टर ही निकाल सकते हैं। इसलिए अगर बच्चे की हालत गंभीर हो रही है तो बिना समय गंवाए तुरंत अस्पताल पहुंचें।
6. बचाव के उपाय
ऐसी खतरनाक स्थिति से बचने का सबसे अच्छा तरीका है रोकथाम। छोटे बच्चों को कभी भी अकेला न छोड़ें, खासकर जब उनके आसपास सिक्के, बटन, छोटे खिलौने या कोई भी छोटी वस्तुएं पड़ी हों। घर में ऐसे सामान हमेशा बच्चों की पहुंच से दूर रखें। साथ ही बच्चों को समय-समय पर समझाते रहें कि सिक्का या कोई भी छोटी चीज मुंह में डालना खतरनाक हो सकता है। जितनी जल्दी बच्चे को यह आदत समझा दी जाए, उतना अच्छा है। सावधानी और सतर्कता ही इस तरह की घटनाओं से बचाव का सबसे सुरक्षित उपाय है।
बच्चों में सिक्का या छोटी वस्तु निगलना एक आम समस्या है, लेकिन यह जानलेवा भी हो सकती है। ऐसे समय में धैर्य रखें और तुरंत सही कदम उठाएं। खांसने दें, पीठ पर थपथपाएं, पेट पर हल्का दबाव डालें और जरूरत पड़ने पर बिना देर किए डॉक्टर के पास पहुंचें। थोड़ी सावधानी और सतर्कता से बच्चे की जान बचाई जा सकती है।