आंखों में दिखता है लिवर गलने का पहला लक्षण, समय रहते खाना शुरू करें ये एक चीज
punjabkesari.in Thursday, Aug 21, 2025 - 03:09 PM (IST)

नारी डेस्क: आजकल बिना शराब पिए भी लिवर खराब हो रहा है। इस स्थिति को नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) कहा जाता है। इसमें लिवर की कोशिकाओं में चर्बी जमा हो जाती है, जो धीरे-धीरे लिवर डैमेज और यहां तक कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। लेकिन राहत की बात ये है कि एक आयुर्वेदिक पौधा शरपुंखा इसमें बेहद असरदार साबित हुआ है, और इसका वैज्ञानिक आधार भी है।
लिवर खराब होने का आंखों में दिखने वाला संकेत
अगर आपकी आंखों का रंग पीला पड़ने लगे, तो यह लिवर डैमेज की तरफ इशारा हो सकता है। साथ ही स्किन भी पीली हो सकती है। इस स्थिति को पीलिया (Jaundice) कहते हैं, जिसमें खून में बिलिरुबिन नामक तत्व की मात्रा बढ़ जाती है। यह तब होता है जब लिवर अपना फिल्टरिंग काम ठीक से नहीं कर पाता।
आंखों में दिखने वाला लिवर डैमेज का संकेत
अगर आपकी आंखें पीली नजर आने लगें, तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है कि आपका लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा है। लिवर के कमजोर होने पर खून में बिलिरुबिन नामक पदार्थ बढ़ जाता है, जिसे लिवर फिल्टर नहीं कर पाता। इसका नतीजा होता है पीलिया, जिसमें आंखों और त्वचा का रंग पीला हो जाता है। यह फैटी लिवर या लिवर फेलियर की शुरुआत हो सकती है।
लिवर खराब होने के अन्य लक्षण
लिवर जब धीरे-धीरे खराब होने लगता है, तो शरीर कुछ छोटे लेकिन अहम संकेत देता है। पेट के दाईं ओर हल्का दर्द, बार-बार थकावट महसूस होना, हल्का बुखार या हरारत रहना, त्वचा में खुजली, सांस फूलना, पैरों में सूजन, हथेलियों का लाल हो जाना, और त्वचा पर मकड़ी-जैसी नसें उभर आना ये सभी फैटी लिवर की ओर इशारा करते हैं। इन संकेतों को नजरअंदाज करना आगे चलकर खतरनाक हो सकता है।
शरपुंखा: लिवर का आयुर्वेदिक रक्षक
फैटी लिवर के इलाज के लिए वैज्ञानिकों ने आयुर्वेदिक पौधे शरपुंखा पर रिसर्च की। उन्होंने देखा कि जब लिवर रोगियों को शरपुंखा पाउडर दिया गया, तो उनकी हालत में तेजी से सुधार हुआ। खास बात ये रही कि ये फायदा बिना किसी दवा के मिला और शरीर को कोई नुकसान भी नहीं हुआ। यह शोध NCBI (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) में प्रकाशित हुआ है।
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शरपुंखा पाउडर कैसे करें इस्तेमाल?
शोध में सबसे पहले मरीजों को पेट साफ करने के लिए हरितकी पाउडर दिया गया। इसके बाद उन्हें शरपुंखादि पाउडर के 2 कैप्सूल (हर एक में 500mg) दिन में तीन बार, खाने से पहले गुनगुने पानी के साथ दिए गए। ये उपचार लगातार 8 हफ्ते तक चलाया गया और इसके साथ ही मरीजों की लाइफस्टाइल और खानपान में भी बदलाव किया गया।
शरपुंखा के फायदे क्या हैं?
शरपुंखा सिर्फ लिवर ही नहीं बल्कि शरीर के अन्य हिस्सों के लिए भी फायदेमंद है। यह लिवर और किडनी को डिटॉक्स करता है और उनके कार्य को बेहतर बनाता है। इसके अलावा यह ब्लड शुगर कंट्रोल, एनीमिया से बचाव, और शरीर से हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करने में भी मदद करता है। इसका नियमित सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है।
लाइफस्टाइल में करें ये जरूरी बदलाव
फैटी लिवर से बचने या उसे ठीक करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करना जरूरी है। सबसे पहले हेल्दी डाइट लें — जिसमें ताजा फल, सब्जियां और कम फैट वाला खाना हो। फास्ट फूड और शराब से दूर रहें। दिनभर में 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। रोजाना 30 मिनट की वॉक या एक्सरसाइज करें। समय-समय पर लिवर डिटॉक्स करने वाले प्राकृतिक उपाय भी आज़माएं।
समय-समय पर लिवर डिटॉक्स करें
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या में डॉक्टर से सलाह जरूर लें। आयुर्वेदिक इलाज शुरू करने से पहले किसी योग्य आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की राय जरूर लें।