6 महीने से 1 साल के बच्चों में पहचाने फूड एलर्जी, हो सकती है खतरनाक

punjabkesari.in Sunday, Oct 15, 2017 - 05:54 PM (IST)

बच्चे के जन्म के बाद वो मां के दूध पर ही निर्भर रहता है। 6 महीने के बाद आप बच्चों को घर का या बाहरी फ्रूड खिलाना शुरू कर देते है। बच्चों को पहली बार बाहर या घर का कुछ भी देने से पहले फ्रूड उसकी फ्रूड एलर्जी को जरूर जांच लें। किसी भी तरह की फ्रूड एलर्जी होने पर बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। आइए जानते है 6 से 1 साल के बच्चे की फ्रूड एलर्जी की जांच कैसे करें।
 

-इस तरह करें पहचान
शिशु का डाइजेस्टिव सिस्टम इतना मजबूत नहीं होता। इसके कारण एलर्जी वाली चीजें खिलाने पर उन्हें पेट दर्द, उल्टी, दस्त और त्वचा पर लाल चकत्ते या दाने जैसी समस्याएं हो जाती है। ऐसे में आपको शिशु को तुंरत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
 

-इन फ्रूड से होती है एलर्जी
ज्यादातर छोटे शिशु को अंडे, पीनट बटर, डेयरी मिल्क, ट्री नट, सोया और मछली से एलर्जी की समस्या होती है। यह फ्रूड खाने पर अगर शिशु को चेहरे या होंठ में सूजन, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी और दस्त हो तो डॉक्टर को दिखाने में देर न करें।

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-इन चीजों का न कराएं सेवन
1. नमक

1 साल से पहले शिशु को नमक का सेवन न कराएं। इससे शिशु की एलर्जी की समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा समय से पहले नमक का सेवन कराने से शिशु को ब्लॉटिंग और डीहाइड्रेशन हो सकता है।

2. मिर्च-मसाले
बच्चों के मिर्च मसाले और वसायुक्त खाद्य पदार्थ न दें। इससे डाइजेस्ट न करने के कारण उन्हें पेट खराब और दर्द की समस्यां हो सकती है।

3. गैस बनाने वाली सब्ज़ियां
अगर उन्हें एलर्जी की समस्यां है तो उन्हें हल्की सब्जियां ही खाने के लिए दें। बंदगोभी और गोभी जैसी सब्जियां शिशु को तब खिलाएं जब उन्हें सॉलिड फूड खाने की आदत पड़ चुका हो।


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