महिलाएं बार-बार पेशाब आने पर न करें नजरअंदाज, ये हो सकती हैं गंभीर बीमारियां

punjabkesari.in Saturday, Feb 08, 2025 - 01:29 PM (IST)

नारी डेस्क: महिलाओं को बार-बार पेशाब आने की समस्या आम लग सकती है, लेकिन यह एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकती है। अक्सर महिलाएं इस समस्या को हल्के में ले लेती हैं और इसे नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन बार-बार पेशाब आना कई प्रकार की बीमारियों का लक्षण हो सकता है। आइए जानते हैं कि महिलाओं को बार-बार पेशाब आने के पीछे कौन-कौन से कारण हो सकते हैं और इस समस्या को कैसे हल किया जा सकता है।

यूटीआई (यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन)

यूटीआई या यूरिन इन्फेक्शन महिलाओं में बार-बार पेशाब आने का एक आम कारण है। इस समस्या में पेशाब करते समय जलन, दर्द, पेशाब का गहरे रंग का होना और उसमें बदबू आना जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। यदि आपको ये लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि यूटीआई का इलाज जरूरी है।

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प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था)

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को बार-बार पेशाब आने की समस्या आम है। इसके कारण गर्भाशय मूत्राशय पर दबाव डालता है, जिससे मूत्राशय अधिक सक्रिय हो जाता है और महिलाओं को बार-बार पेशाब आ सकता है।

डायबिटीज (मधुमेह)

डायबिटीज होने पर शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है, और शरीर उसे पेशाब के जरिए बाहर निकालने की कोशिश करता है, जिससे बार-बार पेशाब आता है। अगर आपको ज्यादा प्यास लगना, थकान महसूस होना, और वजन कम होना जैसे लक्षण भी दिख रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाना चाहिए।

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ओवर एक्टिव ब्लैडर

ओवर एक्टिव ब्लैडर एक ऐसी स्थिति है, जिसमें मूत्राशय सामान्य से अधिक सक्रिय हो जाता है, जिससे बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है। यह समस्या अधिकतर बुजुर्ग महिलाओं में पाई जाती है, क्योंकि उनकी पेल्विक मसल्स कमजोर हो जाती हैं।

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मूत्राशय में पथरी

मूत्राशय में पथरी होने पर भी बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है। हालांकि यह समस्या पुरुषों में अधिक होती है, लेकिन खराब खानपान और जीवनशैली के कारण महिलाओं को भी यह समस्या हो सकती है।

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वेजाइनाइटिस (योनि का संक्रमण)

वेजाइनाइटिस में योनि में सूजन और दर्द होता है, जो आमतौर पर संक्रमण के कारण होता है। इसके लक्षणों में पेशाब करते समय जलन, योनि से सफेद और गाढ़ा स्त्राव, और पेशाब में मछली जैसी गंध आना शामिल हो सकते हैं। यदि ऐसे लक्षण दिखाई दे रहे हों, तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें।

महिलाओं को बार-बार पेशाब आना कभी भी सामान्य नहीं होना चाहिए, खासकर यदि इसके साथ अन्य लक्षण जैसे जलन, दर्द, या पेशाब का रंग बदलना हो। यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है, जैसे कि यूटीआई, डायबिटीज, ओवर एक्टिव ब्लैडर, या मूत्राशय में पथरी। अगर आपको यह समस्या हो रही है, तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

बार-बार पेशाब आने के इलाज के सामान्य उपाय 

पानी पीने की मात्रा बढ़ाएं: पर्याप्त पानी पीने से मूत्राशय की सफाई होती है और संक्रमण का खतरा कम होता है।

हाइजीन का ध्यान रखें: हमेशा स्वच्छता का पालन करें, खासकर जननांग और मूत्राशय क्षेत्र में।

उचित आहार लें: संतुलित आहार लें, जिसमें अधिक फाइबर, फल और सब्जियां शामिल हों। अत्यधिक चीनी, तले-भुने और मसालेदार खाने से बचें।

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सकारात्मक जीवनशैली अपनाएं: नियमित रूप से व्यायाम करें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, जिससे आपका वजन नियंत्रित रहे और मूत्राशय की समस्याएं कम हों।

नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी और सलाह प्रदान करता है। यह किसी प्रकार की चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। यदि आपको स्वास्थ्य संबंधित समस्या है, तो हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें।
 


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Content Editor

Priya Yadav

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