World No Tobacco Day 2025: तंबाकू छोड़ने के लिए हर साल क्यों मनाते हैं ये खास दिन?
punjabkesari.in Saturday, May 31, 2025 - 01:11 PM (IST)

नारी डेस्क: विश्व तंबाकू निषेध दिवस हर साल 31 मई को मनाया जाता है। यह दिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका मकसद तंबाकू के सेवन से होने वाले खतरों के बारे में लोगों को जागरूक करना है। इस दिन का उद्देश्य दुनिया भर में तंबाकू के उपयोग को कम करने और लोगों को इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करना है। यह सरकारों, समुदायों और व्यक्तियों को मिलकर तंबाकू मुक्त समाज की दिशा में काम करने के लिए भी प्रेरित करता है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025 की थीम
वर्ष 2025 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम है उज्ज्वल उत्पाद, काले इरादे आकर्षण के पीछे का सच। इस थीम का मकसद यह दिखाना है कि किस तरह तंबाकू कंपनियां रंग-बिरंगे पैकेट और स्वाद के माध्यम से लोगों को खासतौर पर बच्चों और युवाओं को अपनी ओर खींचती हैं।
WHO का संदेश: “बिजनेस में प्रॉफिट के लिए बच्चों के साथ खेल”
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि तंबाकू और निकोटीन उद्योग हर दिन नई तरकीबें अपनाता है ताकि वह नए उपभोक्ता बना सके और पुराने उपभोक्ताओं को बनाए रख सके। इनका मुख्य टारगेट बच्चे और युवा होते हैं, जिन्हें आकर्षक विज्ञापन, रंगीन पैकेजिंग और खास फ्लेवर के माध्यम से तंबाकू की लत में फंसाया जाता है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस का महत्व
तंबाकू आज दुनिया भर में रोकने योग्य मौतों और बीमारियों का सबसे बड़ा कारण है। इस दिन का महत्व कई तरीकों से है यह लोगों को तंबाकू के खतरों के बारे में जागरूक करता है। जो लोग तंबाकू छोड़ना चाहते हैं, उन्हें इसके लिए मदद और जानकारी मिलती है। यह सरकारों को मजबूती से तंबाकू नियंत्रण की नीति बनाने के लिए प्रेरित करता है। यह डॉक्टरों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य संगठनों को साथ लाता है ताकि वे एकजुट होकर काम कर सकें।
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तंबाकू से होने वाले नुकसान
कैंसर का खतरा: तंबाकू विशेष रूप से फेफड़ों के कैंसर का बड़ा कारण है। इसके अलावा यह मुंह, गले, ग्रासनली (esophagus), मूत्राशय, अग्नाशय जैसे अंगों में भी कैंसर पैदा कर सकता है।
सांस की गंभीर समस्याएं: तंबाकू के सेवन से क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), वातस्फीति (Emphysema), क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
दिल की बीमारी: स्मोकिंग से हार्ट पर बुरा असर पड़ता है, ब्लड वेसल्स डैमेज होते हैं, हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है।
सेकेंड हैंड स्मोक का खतरा: जो लोग खुद स्मोक नहीं करते लेकिन स्मोकिंग करने वालों के आसपास रहते हैं, उन्हें भी दिल की बीमारियां, लंग कैंसर, फेफड़ों का इन्फेक्शन हो सकता है।
प्रेगनेंसी में खतरा: गर्भवती महिलाओं के लिए तंबाकू बेहद खतरनाक है। इससे गर्भपात, समय से पहले डिलीवरी, कम वजन वाले बच्चे का जन्म,
बच्चों में विकास की समस्याएं हो सकती है: यहां तक कि अगर महिला खुद तंबाकू न ले लेकिन सेकेंड हैंड स्मोक के संपर्क में हो, तब भी खतरा बना रहता है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस की शुरुआत कैसे हुई?
विश्व तंबाकू निषेध दिवस की शुरुआत साल 1987 में की गई थी। इसका उद्देश्य था तंबाकू महामारी की ओर दुनिया का ध्यान खींचना, तंबाकू से जुड़ी बीमारियों और मौतों को रोका जा सके, और एक मजबूत अंतरराष्ट्रीय स्तर की जागरूकता तैयार करना।
अगर आप या आपके आसपास कोई तंबाकू का सेवन करता है, तो यह दिन एक अच्छा मौका है बदलाव की शुरुआत करने का।