आखिर हाथ में क्यों लगाई जा रही है कोविड-19 की वैक्सीन?

punjabkesari.in Tuesday, May 25, 2021 - 11:28 AM (IST)

अधिकांश लोग इस बात से परिचित हो चुके हैं कि कोविड-19 का टीका बाजू के ऊपर लगाया जाता है। मगर, ज्यादातर टीके मांसपेशियों में दिए जाते हैं, जिन्हें इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन के रूप में भी जाना जाता है। जबकि पोलियो का टीका, रोटावायरस भी एक तरह की वैक्सीन है, जिसकी ड्राप मुंह से दी जाती है। इसके अलावा मीसल्स, मम्पस, रूबेला, खसरा, कंठमाला को त्वचा के ऊपर दिए जाते हैं। ऐसे में लोगों के मन में यही सवाल उठ रहा है कि आखिर कोरोना वैक्सीन हाथ में क्यों लगाई जा रही है, क्या इसकी कोई खास वजह है? चलिए आपको बताते हैं इसका कारण...

मांसपेशी इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

ज्यादातर टीके इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन के जरिए डेल्टोइड या जांघ की मांसपेशियों में लगाए जाते हैं। दरअसल, मांसपेशी प्रतिरोध की अनुक्रिया को उत्तेजित करके वैक्सीन की क्षमता को बढ़ा देती है। साथ ही इससे वैक्सीन वाले स्थान पर रिएक्शन की संभावना भी काफी कम हो जाती है।

PunjabKesari

कम तकलीफ देती है बांह की मांसपेशी?

कोविड-19 के इंजेक्शन को बाजू की मांसपेशी (के ऊपरी हिस्से में) में इंजेक्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह शॉट्स ना सिर्फ सुविधाजनक होता है बल्कि दूसरी मांसपेशियों के मुकाबले कम दर्दनाक होता है।

कैसे काम करती है वैक्सीन?

जब कोई टीका हाथ या जांघ की मांसपेशी में प्रवेश करता है, तो वो पास के लिम्फ नोड में पहुंच जाता है। इसके बाद टीका जब T-कोशिकाओं और B-कोशिकाओं में प्रवेश करता है तो एंटीबॉडी स्रावित या मारक सेल्स बन जाता है, जो संक्रमित कोशिकाओं को खोजकर मार देती हैं। बता दें कि एंटीबॉडी के निर्माण में मांसपेशियां काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है।

PunjabKesari

किस हाथ में लगवाएं वैक्सीन?

कोरोना वैक्सीन भी दूसरे इंजेक्शन की तरह है, जिसे किसी भी हाथ में लगवाया जा सकता है। हालांकि एक्सपर्ट्स के मुताबिक, राइट हैंडर्स के लिए लेफ्ट और लेफ्ट हैंडर्स के लिए राइट हैंड में वैक्सीन लगवाना सही रहेगा। ऐसा इसलिए चूंकि वैक्सीन के कुछ दिन तक वैक्सीन वाली जगह पर हल्का दर्द व सूजन हो सकती है। ऐसे में काम करने में परेशानी ना हो इसलिए ऐसा करना सही रहेगा। हालांकि किस हाथ में वैक्सीन लगवानी है कि इसका पूरा निर्णय आपका होगा।

क्या अलग-अलग हाथ में लगवा सकते हैं दोनों डोज?

पहली डोज के बाद दूसरी खुराक को कुछ दिनों बाद दिया जाता है। मगर, कुछ लोग वैक्सीन की दूसरी डोज को दूसरे हाथ पर लगवाना चाहते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, यह एक अच्छा फैसला हो सकता है। इससे एक ही हाथ में होने वाली दर्द से बचा जा सकता है और इससे वैक्सीन के प्रभाव में भी कोई कमी नहीं आएगी।

एक्सपर्ट्स की सलाह?

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, वैक्सीन लगवाने के बाद हाथों की मूवमेंट कम ना होने दें। इससे दर्द से जल्दी राहत मिलेगी और मांसपेशियों में ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहेगा।

PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anjali Rajput

Related News

static