Wedding Special: हल्दी की रस्म के बाद दूल्हा - दुल्हन को क्यों नहीं छोड़ना चाहिए अकेला?

punjabkesari.in Monday, Dec 11, 2023 - 10:23 AM (IST)

शादी का सीजन चल रहा है। इस दौरान  धूम- धाम से शादी की रस्में की जाती है। मेहंदी, सगाई और संगीत के अलावा हिंदू परंपरा में हल्दी लगाने का भी बहुत महत्व है। ये एक तरीका शगुन है, जिससे होने वाले दुल्हा- दुल्हन का शुद्धिकरण भी किया जाता है। हालांकि मान्यता है कि  हल्दी लगने के बाद दूल्हा या दुल्हन को बाहर नहीं निकलने दिया जाता है और न अकेले छोड़ा जाता है। जब भी आपके घर में या आस पड़ोस में कभी शादी हुई होगी तो आपने एक चीज जरूर देखी होगी कि दूल्हा या दुल्हन को हल्दी लग गई है, अब उसे अकेला नहीं छोड़ना चाहिए।

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बुरी आत्माओं का पड़ सकता है साया

ऐसी इसलिए किया जाता है क्योंकि मान्यता है कि हल्दी लगाने के बाद दूल्हा और दूल्हन को अकेला छोड़ने से बुरी आत्माओं का साया पड़ सकता है। वास्तव में इस मान्यता के पीछे कोई अंधविश्वास नहीं है, क्योंकि हमारे बड़े- बूढ़ों ने हमेशा ज्यादा जिंदगी का अनुभव लिया है। हल्दी से शरीर की सुंदरता बढ़ती है और हर तरह के चर्म रोग और तन की दुर्गंध से भी निजात मिलती है। इससे रूप में निखार आता है, लेकिन हल्दी लगाने के बाद बाहर न निकलने के और भी कई कारण है।

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कहते हैं हल्दी से एक विशेष तरह की गंध निकलती है वातावरण में मौजूद नकारात्मक और सकारात्मक दोनों तरह की ऊर्जाओं को अपनी तरफ आकर्षित करती है। ऐसे में व्यक्ति को अपने मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत नहीं होता है, तो नकारात्मक ऊर्जा उसे प्रभावित करती है, जिससे उसकी सोच में नेगेटीविटा आ सकती है। 

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इसलिए आपके घर में शादी हो रही है तो आप भी इस बात का विशेष ध्यान रखें और दूल्हा- दुल्हन को हल्दी के बाद अकेले न छोड़े।
 


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Content Editor

Charanjeet Kaur

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