जब विधानसभा में जयललिता का हुआ था ''चीरहरण'', फटी हुई साड़ी में आ गई थी मीडिया के सामने
punjabkesari.in Friday, Feb 24, 2023 - 11:33 AM (IST)
फिल्मी स्क्रीन से लेकर राजनीति के गलियारों तक अपना जौहर दिखाने वाली जयललिता को भला कौन भूल सकता है। दक्षिण की एक्ट्रेस फिल्मी दुनिया को छोड़कर राजनीति में आईं और एक ऐसा नाम बन गईं जिसे हिंदुस्तान में कोई नहीं भूल सका। दक्षिण भारतीय सिनेमा की अभिनेत्री, अन्नाद्रमुक की नेता और तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर आज हम आपको ऐसा किस्सा सुनाने जा रहे हैं, जिसने इस सुपरस्टार एक्ट्रेस की जिंदगी को ही बदल दिया।
राजनीति में कदम रखने के दौरान जयललिता के साथ कुछ ऐसा जिसकी बाद उन्होंने सीएम बनने की कसम खा ली थी। 25 मार्च 1989 में तमिलनाडु की विधान सभा में जयललिता के साथ इतनी शर्मनाक हरकत हुई जो कि भारत की राजनीति के काले पन्नों में दर्ज हो गई। दरसअल वह तमिलनाडू की पहली महिला नेता विपक्ष थीं और ये बात कईयों के गले के नीचे नहीं उतरी। विपक्ष का जयललिता के प्रति गुस्सा विधानसभा में देखने को मिला।
25 मार्च 1989 को तमिलनाडु विधानसभा में बजट पेश किया जा रहा था। सदन में जैसे ही बजट भाषण पढ़ा जाना शुरू हुआ जयललिता और उनकी पार्टी के नेताओं ने विधानसभा में हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा इतना बढ़ा कि विपक्ष के किसी नेता ने मुख्यमंत्री करुणानिधी की तरफ फाइल फेंकी जिससे उनका चश्मा गिरकर टूट गया। इस सब से बचने के लिए जयललिता जब बाहर निकलने लगी तो मंत्री दुरई मुरगन ने उन्हें रोकने के लिए साड़ी खींच ली।
DMK के नेताओं ने आक्रमण करते हुए उनकी साड़ी का हिस्सा खींच दिया। जयललिता अपनी इज़्जत बचाने की कोशिश करती रहीं। उनके सिर पर मारा गया। रोती हुई जयललिता इसी तरह विधानसभा से बाहर निकाली। वे फटी हुई साड़ी में मीडिया के सामने आईं और खुद साथ हुई वारदात की तुलना महाभारत काल की द्रौपदी के चीरहरण से की। इस पर उन्हें जनता की खूब सहानुभूति मिली थी।
इस अपमान के बाद ही जयललिता ने यह संकल्प लिया कि वह विधानसभा में बतौर मुख्यमंत्री ही वापसी करेंगी। इसी के ठीक दो साल बाद उन्होंने करुणानिधि की राजनीति को उखाड़ फेंकते हुए तमिलनाडु के सीएम के रूप में शपथ ली। जयललिता जयराम का जन्म तत्कालीन मैसूर राज्य (अब कर्नाटक) के मांड्या जिसे के पांडवपुरा तालुक के मेलुरकोट गांव में 24 फरवरी 1948 को हुआ था. दो साल की उम्र में ही उनके पिता का निधन हो गया था। कम उम्र में ही मां के कहने पर उन्हें फिल्मों में काम करना पड़ा पहले कन्नड़, फिर तमिल, तेलुगु,अंग्रेजी, हिंदी फिल्मों में भी काम किया।
जयललिता वो पहली हिरोइन थीं जो 1960 के दशक में डिजाइनर स्कर्ट और स्लीवलेस सूट पहन कर बड़े पर्दे पर दिखीं थीं। वो पहली ऐसी चीफ मिनिस्टर बनी थीं जिन्हें चीफ मिनिस्टर के पद से डिस्क्वालिफाई किया गया था। बता दें बॉलीवुड में जयललिता के जीवन पर बॉयोपिक भी बनी है जिसमें मुख्य किरदार कंगना रनौत ने अदा किया।