प्रसाद बच जाए तो क्या करें? अपनाएं ये पवित्र उपाय

punjabkesari.in Sunday, Dec 21, 2025 - 05:47 PM (IST)

 नारी डेस्क: हिंदू धर्म में प्रसाद केवल भोजन नहीं, बल्कि ईश्वर का आशीर्वाद, श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। किसी भी पूजा या धार्मिक अनुष्ठान में प्रसाद को पूरे मन और विश्वास के साथ तैयार किया जाता है और पूजा के बाद सभी में बांटा जाता है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि प्रसाद बच जाता है। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल आता है कि बचे हुए प्रसाद का क्या किया जाए। यहां हम आपको बता रहे हैं बचे हुए प्रसाद को संभालने के आसान, सही और सम्मानजनक तरीके।

ठोस प्रसाद (लड्डू, मिठाई, फल, मेवे) का क्या करें?

अगर प्रसाद में लड्डू, मिठाई, सूखे मेवे या फल शामिल हैं, तो उन्हें साफ और सूखी जगह पर सुरक्षित रखा जा सकता है। ध्यान रखें कि कौन-सी मिठाई कितने दिन तक खराब नहीं होती कुछ मिठाइयां 2–3 दिन तक ठीक रहती हैं, जबकि कुछ जल्दी खराब हो जाती हैं। फलों को 1–2 दिन के अंदर खा लें या फ्रूट सलाद के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।

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अनाज और पके भोजन वाले प्रसाद का क्या करें?

अगर प्रसाद में खीर, हलवा, चावल, पूड़ी या सब्जी जैसी चीजें बनी हैं, तो उन्हें 24 घंटे के अंदर खा लेना सबसे अच्छा होता है। पका हुआ भोजन जल्दी खराब हो सकता है। अगर तुरंत खाना संभव न हो, तो उसे टाइट कंटेनर में बंद करके फ्रिज में रखें। फ्रिज में रखने से प्रसाद 24–30 घंटे तक सुरक्षित रह सकता है। दोबारा खाने से पहले उसे अच्छी तरह गर्म कर लें। कई घरों में बचे हुए प्रसाद को रात के भोजन या अगली सुबह नाश्ते में सम्मान के साथ ग्रहण किया जाता है।

फूल, पत्तियां और माला वाले प्रसाद का क्या करें?

पूजा में इस्तेमाल किए गए फूल, पत्तियां और मालाएं 1–2 दिन तक मंदिर या पूजा स्थान पर रखी जा सकती हैं। इसके बाद इन्हें किसी पेड़ के नीचे ऐसी जगह रखें, जहां पैरों से कुचले न जाएं। या फिर इन्हें मिट्टी में मिलाकर खाद के रूप में इस्तेमाल करें। कई लोग घर में पूजा के फूलों के लिए अलग गमला भी रखते हैं। यह तरीका पवित्र होने के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल भी है।

चरणामृत और जलयुक्त प्रसाद का क्या करें?

चरणामृत, गंगाजल या अन्य पवित्र जल को

घर के पौधों में डालना शुभ माना जाता है

या घर के मुख्य द्वार पर छिड़क सकते हैं

ध्यान रखें कि इस जल को नाली या सिंक में न डालें, क्योंकि यह श्रद्धा से जुड़ा होता है।

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जरूरी बात: प्रसाद ईश्वर की कृपा का प्रतीक होता है। इसलिए बचे हुए प्रसाद को साफ-सुथरे तरीके से, सम्मान और श्रद्धा के साथ संभालना और ग्रहण करना चाहिए। इससे न केवल प्रसाद की पवित्रता बनी रहती है, बल्कि भोजन की बर्बादी भी रुकती है।  


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Content Editor

Priya Yadav

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