प्रेमानंद जी महाराज से जानिए लड्डू गोपाल को स्नान के बाद उस जल का क्या करें?
punjabkesari.in Friday, May 30, 2025 - 03:50 PM (IST)

नारी डेस्क: प्रेमानंद जी महाराज के सत्संगों के वीडियो सोशल मीडिया पर अक्सर वायरल होते रहते हैं। उनके ज्ञान और भक्ति भाव से जुड़े विचार लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं। हाल ही में उनका एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें एक भक्त ने उनसे बहुत ही सरल लेकिन महत्वपूर्ण सवाल पूछा, "लड्डू गोपाल को स्नान कराने के बाद उस जल का क्या करना चाहिए?"
भगवान के स्नान जल का सम्मान पूर्वक निस्तारण करें
प्रेमानंद जी महाराज ने इस सवाल का उत्तर देते हुए कहा कि, भगवान को स्नान कराने के बाद उस जल को कभी भी यूं ही नहीं बहाना चाहिए या नाली में नहीं फेंकना चाहिए। वह जल पवित्र होता है क्योंकि वह भगवान के शरीर से लगा होता है। इसलिए उसका निस्तारण बहुत श्रद्धा और ध्यानपूर्वक करना चाहिए।
जल को तुलसी के पौधे में अर्पित करें
उन्होंने बताया कि सबसे अच्छा उपाय यह है कि उस जल को तुलसी माता के पौधे में अर्पित कर देना चाहिए। तुलसी माता स्वयं बहुत पवित्र मानी जाती हैं और भगवान विष्णु की प्रिय हैं, इसलिए तुलसी को वह जल अर्पित करना बहुत पुण्य दायक होता है।
जल को स्वयं ग्रहण करना भी शुभ
अगर आप चाहें तो उस जल को खुद भी ग्रहण कर सकते हैं। क्योंकि वह भगवान का स्पर्श किया हुआ जल होता है, वह चरणामृत के समान होता है और इसे पीना आत्मा को शुद्ध करता है।
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ऐसी जगह डालें जहाँ किसी के पैर न पड़े
अगर आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है, तो उस जल को ऐसी जगह डालना चाहिए जहां किसी के पैर न पड़ें। कभी भी भगवान के जल को अपवित्र स्थानों पर न डालें। ऐसा करना अनादर माना जाता है।
जल को पवित्र नदी में प्रवाहित करें
प्रेमानंद जी महाराज ने यह भी कहा कि अगर कोई अन्य विकल्प नहीं है, तो आप उस जल को इकट्ठा करके किसी पवित्र नदी में, जैसे गंगा या यमुना, में जाकर प्रवाहित कर सकते हैं।
लड्डू गोपाल को चढ़ाए गए फूलों का क्या करें?
अगर आप रोजाना लड्डू गोपाल को फूल चढ़ाते हैं तो उन्हें इकट्ठा करके रखें। इसके बाद उन फूलों को किसी पौधे की जड़ में डाल सकते हैं, या फिर किसी पवित्र स्थान पर ले जाकर गड्ढा खोदकर उन्हें दबा सकते हैं।
लड्डू गोपाल के वस्त्रों को कैसे रखें?
महाराज जी ने यह भी बताया कि लड्डू गोपाल जी के वस्त्रों को बहुत ही सावधानी और श्रद्धा के साथ धोना चाहिए। धोने के बाद उन्हें अच्छे से सुखाकर संभालकर रखें। भगवान के वस्त्र भी उतने ही पवित्र होते हैं जितने कि भगवान स्वयं।
अब से जब भी आप लड्डू गोपाल जी को स्नान कराएं तो प्रेमानंद जी महाराज की इन बातों का ध्यान रखें। इन नियमों का पालन करके न केवल आप भगवान की सेवा अच्छे से कर पाएंगे, बल्कि आपके घर में भी सकारात्मक ऊर्जा और शांति बनी रहेगी।