Health Update: दुनियाभर में फैल रहे कोरोना वायरस का क्या है सच?
punjabkesari.in Wednesday, Feb 05, 2020 - 10:57 AM (IST)
कुछ दिनों से चीन में फैले सार्स जैसे कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर हर जगह हड़कंप मचा हुआ है। कोरोना वायरस तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेता जा रहा है। खबरें हैं कि चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ यह वायरस एशिया के जापान, थाईलैंड और साउथ कोरिया के बाद भारत भी पहुंच चुका है।
कोरोनावायरस को लेकर बहुत सारी खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। जहां कुछ लोगों को कोरोना वायरस होने का दावा किया जा रहा है वहीं एक महिला ने इस मानने से इंकार भी किया है। क्या सचमुच यह वायरस फैल रहा है? आखिर क्या है इस वायरस का सच?
फर्जी है वायरल हो रहा मैसेज
दरअसल, एक वायरल मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए जनता को एडवाइजरी जारी की है और देश के ज्यादातर शहरों में अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं कई यूजर्स ने इस पोस्ट को स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सार्वजनिक आपातकाल अधिसूचना बताते हुए एक दूसरे को शेयर किया है लेकिन जांच पड़ताल के बाद पता चला है कि कोरोना वायरस पर वायरल हुई यस 'आपातकालीन अधिसूचना' फर्जी है।
वायरल हो रही पोस्ट में लोगों को अपने गले को हमेशा नम रखने की सलाह दी है। मार्च 2020 तक सार्वजनिक स्थानों से बचने की सलाह देता है। साथ ही कोरोनावायरस के लक्षणों के बारे में जानकारी दी गई है। जबकि हैल्थ मिनिस्ट्री द्वारा जारी लिस्ट में ऐसा कुछ भी नहीं कहा गया है। जारी अधिसूचना में गले से संबंधित किसी भी बात का वर्णन नहीं किया गया है।
सही एडवाइजरी में दी गई है यह सूचना
स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय भारत ने 17 जनवरी, 2020 को एक यात्रा सलाह जारी की थी। इसके बाद 25 जनवरी, 2020 को चीन में फैलती इस बीमारी की अपडेट भेजी गई थी। इसके बाद इसे अपडेट करके आगे जारी किया गया। इस अधिसूचना में मंत्रालय ने बुखार, बहती नाक और लगातार खांसी और सर्दी जैसे कोई लक्षण दिखाने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एक अतिरिक्त हेल्पलाइन नंबर (011-23978046) भी जारी किया।
सिर्फ 25% रोगियों की स्थिति गंभीर
चीन में फैल रहे नोवेल कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की एमरजेंसी कमेटी ने एक अहम मीटिंग की है, जिसमें चीन, जापान, कोरिया, थाईलैंड व सिंगापुर के प्रतिनिधि शामिल हुए। रिपोर्ट में बताया गया है कि नोवेल कोरोना वायरस से ग्रसित रोगियों में से 25% रोगियों की स्थिति गंभीर है।
किस बात का ख्याल रखना है?
इस अधिसूचना में सलाह के तौर पर कुछ बातों का वर्णन किया गया जैसे, व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखना, मास्क पहनना, बीमार लोगों से संपर्क से बचने की एहतियात बरतने के लिए कहा गया है।
इन बातों का भी रखें ख्याल
किसी भी खबर को सच मानने से पहले उससे संबंधित वेबसाइड को चेक करें। अगर सरकारी घोषणा है तो उसकी प्रमाणिक साइट पर जाएं। अतिरिक्त प्लेटफॉर्म पर विश्वास करने की जगह सरकारी आंकड़े और सरकारी सूचना को आधार मानें। वहीं सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी में 1 महीने तक भीड़-भाड़ वाली जगहों से परहेज रखने की बात भी नहीं कही गई है।
क्या है नोवेल कोरोनावायरस?
ये नए प्रकार का वायरस है, जो सबसे पहले चीन के वुहान, हुबेई प्रांत में पाया गया। इससे पहले इस तरह का कोई वायरस सामने नहीं आया इसलिए इसे नोवेल नाम दिया गया है।
इंफैक्शन के लक्षण?
नोवेल कोरोना वायरस से निपटने के लिए अभी किसी भी तरह का वैक्सीन उपलब्ध नहीं है लेकिन इसके इलाज के लिए वैक्सीन तैयार करने की बात की जा रही है।
. तेज बुखार व सिरदर्द
. जुकाम, सूखी खांसी
. सांस लेने में दिक्कत
. किडनी फेल
. लक्षण दिखने पर तुरंत चेकअप करवाएं।