World No Tobacco Day: क्यों मनाया जाता है यह दिन?
punjabkesari.in Sunday, May 31, 2020 - 06:22 PM (IST)
नशा चाहे कैसा भी हो, सेहत को केवल नुकसान ही पहुंचाता है। कुछ लोग स्ट्रेस दूर करने के लिए सिगरेट पीना, शराब पीना अच्छा समझते हैं, मगर इन गलत चीजों की लत आगे चलकर व्यक्ति को अपनी सेहत पर भुगतनी पड़ती है। बात अगर करें इस विषय की करें तो पूरे विश्व में 31 मई को World No Tobacco Day मनाया जाएगा।
क्यों मनाया जाता है यह दिन?
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देशय लोगों को धूम्रपान से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करना है। इस दिन पर खास लोगों को तंबाकू से होने वाली बीमारियों को बारे में जागरूक किया जाता है। नशे की लत को छोड़ने के तरीके बताए जाते हैं।
World No Tobacco Day 2020
पहली बार कब मनाया गया विश्व तंबाकू दिवस?
1987 में जब देखा गया कि तंबाकू का सेवन करने से आए दिन मौतों की गिनती बढ़ती जा रही है, ऐसे में WHO द्वारा लोगों को इस लत से बचाने के लिए 1988 में 31 मई को विश्व भर में World No Tobacco Day के नाम से मनाया जाना तय किया गया।
तंबाकू का सेवन करने से शरीर को होने वाले मुख्य नुकसान..
- सबसे बड़ी समस्या फेफड़ों का कैंसर
- मुंह से दुर्गंध आना
- आर्थिक नुकसान
- शरीर के काफी अंग कमजोर होना।
- याद्दाशत कमजोर होना।
- बात बात पर गुस्सा होना।
- मिर्गी के दौरे पड़ने लगना।
- हकलाना या फिर जीभ लड़खड़ाना।
WHO द्वारा बताई गई नशे से हर साल मरने वालों की गिनती
डब्ल्यूएचओ के अनुसार इस वक्त पूरे विश्व में प्रत्येक साल 50 लाख से अधिक व्यक्ति धूम्रपान करने की वजह से अपनी जान गवा रहे हैं। इनमें से ज्यादातर लोगों को कैंसर की बीमारी होती है। अगर इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए सख्त क़दम न उठाये गये तो साल 2030 में धूम्रपान करने से मरने वालों संख्या 80 लाख प्रतिवर्ष हो जाएगी।
नौजवानों को नशा मुक्त रखने के लिए जरूरी टिप्स
-सबसे पहले तो सरकार को कड़े कदम उठाकर तंबाकू सिगरेट बेचने वाली सभी दुकानों को बंद करवाना चाहिए।
-नौजवानों को पढ़ाई लिखाई के बाद तुरंत नौकरी मिलनी चाहिए, आज का युवा बेरोजगारी के कारण नशे जैसी खतरनाक लत का शिकार होता चला जा कहा है।
-सरकार को चाहिए कि नशा बेचने वालों का सख्त से सख्त सजा मिले।