जन्माष्टमी पर पहने इस रंग के कपड़े, जरूर पूरी होगी मनोकामना
punjabkesari.in Thursday, Aug 14, 2025 - 06:42 PM (IST)

नारी डेस्क : जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण की पूजा करते समय वस्त्रों के रंग का विशेष महत्व होता है। यह पर्व केवल धार्मिक अनुष्ठानों का नहीं, बल्कि भावनाओं, श्रद्धा और ऊर्जा का भी प्रतीक है। विभिन्न रंगों का चयन आपकी भक्ति को और प्रभावशाली बना सकता है। आइए जानें जन्माष्टमी पर किन रंगों के वस्त्र पहनकर कान्हा की पूजा करना शुभ माना जाता है और उनका क्या महत्व है।
1. पीला रंग : श्रीकृष्ण का प्रिय रंग
महत्व: पीला रंग श्रीकृष्ण की पहचान है। वे स्वयं पीतांबरधारी (पीले वस्त्र पहनने वाले) कहे जाते हैं। यह रंग ज्ञान, समृद्धि और शांति का प्रतीक होता है।
पीले वस्त्र पहनकर पूजा करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और श्रीकृष्ण की विशेष कृपा मिलती है।
पहनने का सुझाव
महिलाएं पीली साड़ी या सलवार-कुर्ता पहन सकती हैं।
पुरुष पीले कुर्ता-पायजामा या धोती पहन सकते हैं।
2. हरा रंग : समृद्धि और नई ऊर्जा का प्रतीक
महत्व: हरा रंग हरियाली, उन्नति और स्वास्थ्य का प्रतीक है।
यह रंग भगवान को खुश करने के साथ-साथ आपके जीवन में शांति और संतुलन लाता है।
कब चुनें: यदि आप प्रकृति, संतुलन और नई शुरुआत की भावना के साथ पूजा कर रहे हैं, तो हरा रंग उपयुक्त है।
3. लाल रंग : शक्ति और भक्ति का प्रतीक
महत्व: लाल रंग ऊर्जा, प्रेम और भक्ति का प्रतीक होता है।
यह रंग माता राधा और कृष्ण के दिव्य प्रेम का भी प्रतीक माना जाता है।
ध्यान दें: लाल रंग विशेष रूप से महिलाएं पहन सकती हैं जो राधा-कृष्ण के प्रेम भाव से पूजा करना चाहती हैं।
4. केसरिया/भगवा रंग : वैराग्य और आध्यात्मिकता का प्रतीक
महत्व: यह रंग साधु-संतों का होता है और आत्मिक शुद्धता का प्रतीक है।
अगर आप पूजा में गहराई से ध्यान और साधना करना चाहते हैं, तो यह रंग उपयुक्त रहेगा।
5. सफेद रंग : शुद्धता और शांति का प्रतीक
महत्व: सफेद रंग शांति, पवित्रता और निर्मलता दर्शाता है।
यह रंग पूजा के समय मन को शांत रखने में सहायक होता है।
6. मोर के पंख का रंग
कान्हा जी को मोर पंख बेहद पसंद है। तो जन्माष्टमी के दिन मोर पंख के रंग का कपड़ा पहनना बिल्कुल भी न भूलें।
इस रंग के कपड़े पहनकर लड्डू गोपाल की आराधना करने से जीवन में खुशियां के रंग बने रहते हैं
सबसे शुभ रंग
पीला रंग को जन्माष्टमी पर सबसे शुभ माना जाता है। यह श्रीकृष्ण की प्रियता, आनंद और शुभता का प्रतीक है।
यदि आपके पास पीले वस्त्र नहीं हैं, तो आप हरे, केसरिया या सफेद रंग भी पहन सकते हैं। अगर आप विशेष संकल्प या मनोकामना के साथ पूजा कर रहे हैं, तो उस भावना के अनुसार रंग का चयन करें। भावनाएं ही पूजा है।