Vikrant Massey ने बेटे के बर्थ सर्टिफिकेट में धर्म का कॉलम खाली रखा, बताई बड़ी वजह
punjabkesari.in Wednesday, Jul 02, 2025 - 05:12 PM (IST)

नारी डेस्क: बॉलीवुड अभिनेता विक्रांत मैसी इन दिनों अपनी आगामी फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियां’ को लेकर सुर्खियों में हैं। इस फिल्म में उनके साथ शनाया कपूर लीड रोल में हैं और फिल्म 11 जुलाई को रिलीज होने वाली है। विक्रांत मैसी और उनकी पत्नी शीतल ठाकुर ने 7 फरवरी 2024 को अपने बेटे का स्वागत किया था। बेटे का नाम वरदान रखा गया। हाल ही में विक्रांत ने एक बड़ा खुलासा किया है कि उन्होंने अपने बेटे वरदान के बर्थ सर्टिफिकेट में धर्म का कॉलम खाली छोड़ दिया है।
धर्म पर विक्रांत का सोचने का तरीका
एक्टर विक्रांत मैसी ने एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती के पॉडकास्ट में खुलकर धर्म को लेकर अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि धर्म उनके लिए एक मुश्किल विषय है। हालांकि वे आस्था में यकीन रखते हैं। उनका मानना है कि धर्म हर इंसान की पर्सनल चॉइस होनी चाहिए और जिंदगी जीने का तरीका भी।
विक्रांत ने बताया कि उनके घर में अलग-अलग धर्मों का सम्मान है। वे कहते हैं कि ‘धर्म इंसानों ने बनाया है।’ वे खुद पूजा करते हैं, गुरुद्वारे और दरगाहों में भी जाते हैं। उन्हें इन जगहों से शांति मिलती है। उनका विश्वास है कि कोई उनकी रक्षा करता है और वे भगवान का धन्यवाद करते हैं।
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धर्म का कॉलम क्यों छोड़ा खाली?
अपने बेटे वरदान के जन्म प्रमाण पत्र में धर्म के कॉलम को खाली छोड़ने के कारण विक्रांत ने बताया कि वे नहीं चाहते कि उनका बेटा कभी धर्म या जाति के आधार पर किसी के साथ भेदभाव करे। उनका कहना है कि अगर ऐसा होगा तो उन्हें बहुत दुख होगा। विक्रांत ने साफ कहा, ‘मैं अपने बेटे को इस तरह से नहीं पाल रहा हूं कि वह धर्म के नाम पर किसी से भेदभाव करे।’ उन्होंने बताया कि सरकार आपको धर्म लिखने के लिए मजबूर नहीं कर सकती, यह पर्सनल चॉइस है।
विक्रांत मैसी का यह कदम धर्म को लेकर सोच में बदलाव और समानता की भावना को दर्शाता है। वे अपने बेटे को खुली सोच और बिना भेदभाव के एक बेहतर दुनिया में बड़ा करना चाहते हैं।