घर के मंदिर में भूलकर भी ना रखें सूखे फूल, नहीं तो हो सकते हैं अकाल मृत्यु का शिकार !
punjabkesari.in Monday, Mar 13, 2023 - 02:46 PM (IST)
मंदिर घर के सबसे पवित्र हिस्सा है, यहां पर लोग पूजा तो करते ही हैं, साथ ही कुछ न कुछ चीजों से सजाते भी रहते हैं, इससे मंदिर की खूबसूरती बढ़ती है। लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें मंदिर में रखना शुभ नहीं होता। वास्तु शास्त्र के नियमों पर नजर डालेगें तो आपको पता चलेगा कि घर के हर भाग में विशेष संकेत हैं। किस दिशा में क्या रखें और क्या नहीं। अक्सर इस बारे में लोगों को जानकारी कम होती है, जिसके चलते वो घर में कई ऐसी गलतियां करते हैं जो काम बिगाड़ देती है और कंगाली को ओर ले जाती हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में...
पूजा की सामग्री
अक्सर जब भी लोग पूजा सामग्री मंदिर में ही छोड़ देते हैं, जो कि वास्तु शास्त्र के नियमों के हिसाब से गलत है। कोशिश करें कि पूजा के लिए जितनी सामग्री जरुरी है, उतनी ही लें जाएं। यदि उसके बाद कोई सामग्री बच जाए तो उसे मंदिर में न रखकर रसोई में इस्तेमाल कर लेना चाहिए या जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।
पूजा के फूल
पूजा में अर्पित किए गए फूलों को कभी भी मंदिर में नहीं छोड़ना चाहिए। उन्हें जल में प्रवाहित ही कर देना बेहतर है क्योंकि अक्सर फूल मंदिर में पड़े सूख जाते हैं। इन सूख फूलों को मंदिर के कोने में रखने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और सूखे फूल रखने से दरिद्रता, अकाल मृत्यु, मंगल दोष, विवाह में रुकावट और देरी जैसी समस्याओं का कारण बन जाती है।
मूर्तियां
पूजा के स्थान में मूर्तियों की स्थापना नहीं करनी चाहिए। वास्तु शास्त्र नियमों के अनुसार ऐसा करना गृहस्थ के लिए शुभ नहीं होता है। आप चाहें तो भगवान की तस्वीर घर के मंदिर में रख सकते हैं या भगवान की बहुत छोटी मूर्ति भी रख सकते हैं। साथ ही मंदिर में भगवान की एक से ज्यादा तस्वीर या मूर्ति भी न रखें।
पूर्वजों की तस्वीरें
कई लोगों के घरों में यह भी देखा गया है कि लोग मंदिरों में अपने पूर्वजों की तस्वीरें लगाते हैं। हालांकि वास्तु शास्त्र इसे गलत मानता है। घर के मंदिर में कभी भी पूर्वजों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए, बल्कि घर की दक्षिण दीवार पर लगानी चाहिए। इससे आपके पितर भी प्रसन्न रहते हैं और मंदिर में सकारात्मक ऊर्जा भी रहती है।
शंख
घर के मंदिर में कभी भी एक से ज्यादा शंख न रखें और शंख की नियमित सफाई का विशेष ध्यान रखें। शंख को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है, इसलिए इसे रोजाना बदलने की सलाह नहीं दी जाती है। इसके अलावा कई लोग अपनी रसोई में मंदिर भी बना लेते हैं क्योंकि उनके पास खाली जगह होती है। इसे भी वास्तु शास्त्र के अनुसार सही नहीं माना जाता है।
शिवलिंग
जैसा कि आपने अक्सर मंदिरों में शिवलिंग देखा होगा कई लोग अपने घर के मंदिरों में भी शिवलिंग रखते हैं। हालांकि शास्त्र और वास्तु शास्त्र में इसके नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना चाहिए। अगर आप अपने घर के मंदिर में शिवलिंग स्थापित करना चाहते हैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि यह आपके अंगूठे के आकार से बड़ा न हो।
शिवलिंग की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें क्योंकि इसे भगवान शिव का रूप माना जाता है। इसके अलावा अगर आप घर में बड़ा शिवलिंग रखना चाहते हैं तो उसे मंदिर के बजाय घर के बाहर किसी बर्तन में स्थापित करना बेहतर होगा।