लाखों की नौकरी छोड़ लॉन्ड्री बिज़नेस शुरु करने वाली सीए Apeksha Singhvi बनी महिलाओं के लिए मिसाल

punjabkesari.in Friday, Mar 31, 2023 - 10:42 AM (IST)

वैसे तो आजकल महिलाएं पुरुषों से कंधा मिलाकर चल रही हैं लेकिन कुछ ऐसे क्षेत्र भी है जहां आपको महिलाओं की भागीदारी कम ही देखने को मिलेगी। लॉन्ड्री बिजनेस भी एक ऐसा ही क्षेत्र है।होटल में भी लॉन्ड्री की सर्विस देते हुए आपने पुरुषों को ही देखा होगा । लेकिन क्या कोई लाखों की सैलारी वाली जॉब छोड़कर लॉन्ड्री का काम करने के बारे में सोच सकता है? जी हां, कर सकता है और किया भी उदयपुर की अपेक्षा सिंघवी ने। 34 साल की अपेक्षा जो की पेश से सीए है ने बिजनेस शुरु करने के इरादे से अपनी 20 लाख की सैलारी वाली नौकरी छोड़ी और खुद का लॉन्ड्री का बिज़नेस शुरु किया।

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वो बताती है, 'मैं खुद कुछ करना चाहती थीं, जिसे मैं अपना कह सकूं। आप कह सकते हो की एंटरप्रेन्योरशिप (Entrepreneurship) मेरे लिए ड्राइविंग फॉर्स था, जिसके लिए मैंने जॉब छोड़ने की ठानी। आसान नहीं होता एक मल्टीनेशनल कंपनी में 10 से 11 साल की लंबी स्थायी सीए की जॉब छोड़ना। बिजनेस करनी में मुझे एक पॉवर, फ्लेक्सिबिलिटी और एक आजादी भी महसूस होती है कि मैं अपने निर्णय खुद ले सकती हूं'। 

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सिर्फ दो सालों में बिजनेस को बढ़ाया
वो आगे बताती हैं, 'हमने इस बिजनेस से 30 लोगों को जॉब भी दी है जिसमें महिलाएं भी हैं'। साल 2021 में अपेक्षा ने इस लॉन्ड्री प्लांट की शुरुआत की थी। उन्होंने उदयपुर के फतेहपुरा से लगभग पांच किलोमीटर दूर भुवाना में लॉन्ड्री बनाई है। जब वो नौकरी छोड़ इस तरह की योजना बना रही थीं, तो लोग उन्हें गंभीरता से नहीं ले रहे थे। लेकिन आज उन्होंने अच्छा ख़ासा बिजनेस खड़ा कर लिया है।  अपेक्षा कहती है, 'जब मैंने होटल में पिच करना शुरु किया था तब लोग चौंक गए कि लड़की है वो भी सीए और ये लॉन्ड्री करेंगे? मैं आज भी जब किसी बिजनेस मिटिंग पर जाती हूं तो लोग मुझसे पूछते हैं कि महिला हो के लॉन्ड्री बिजनेस ही क्यों?

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ऐसे सवालों से बिजनेस करने में थोड़ी मुश्किलें तो आती है, लेकिन मैं उनको मनाने में कामयाब रही हूं अभी तक तो'। अपेक्षा ने जहां उदयपुर के एक होटल से शुरु किया था, आज वो अपनी मेहनत और लगन के बूते पर 50 होटलों को सर्व कर रही हैं। लॉन्ड्री में दो शिफ्टों में काम होता है जहां होटलों और अन्य स्थानों से कपड़े, पर्दे, होटलों से चादरें, तौलिये, कर्मचारियों के कपड़े धुले जाते हैं। सामान को लाने-ले जाने के लिए लॉन्ड्री में 2 गाड़ियां भी हैं। अपेक्षा की इस बड़े फैसले में उनके परिवार मे भी पूरा साथ दिया। अपने ससुराल और मायके वाले में वो पहली महिला है जो लीक से हटकर काम कर रही हैं। आज अपेक्षा उदयपुर  में दूसरी महिलाएं के लिए एक मिसाल बन गई है।

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Content Editor

Charanjeet Kaur

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