Mamta Kulkarni विवाद पर बोली लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी कहा "ममता महामंडलेश्वर थीं, हैं और...
punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2025 - 04:15 PM (IST)
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नारी डेस्क: 25 साल बाद विदेश से भारत लौटीं बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी लगातार सुर्खियों में हैं। हाल ही में किन्नर अखाड़े ने उन्हें महाकुंभ 2025 में महामंडलेश्वर पद देने की घोषणा की थी, जिससे काफी विवाद पैदा हो गया था। फिर खबरें आईं कि ममता कुलकर्णी ने 10 फरवरी को महामंडलेश्वर के पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। इस बीच ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद देने वाली किन्नर अखाड़ा की मां लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर वो इस्लाम में चली जाती तो धर्म के ये ठेकेदार क्या करते। इसके साथ ही उन्होने दावा किया वो किन्नर अखाड़ा की अंग थी और हमेशा रहेंगी।
डॉ. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी का बड़ा बयान
ममता कुलकर्णी के इस्तीफे की खबर पर किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने न्यूज 24 से बात करते हुए कहा कि ममता कुलकर्णी ने इस्तीफा नहीं दिया है। डॉ. त्रिपाठी ने कहा, "ममता कुलकर्णी महामंडलेश्वर थीं, हैं और रहेंगी।"लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने आगे कहा, "ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर के रूप में माई ममतानंद गिरि के नाम से जाना जाएगा। ममता ने अपनी गुरु की बातों से आहत होकर इस्तीफा देने का सोचा था, लेकिन उन्हें सजाना और संवारना मेरा कर्तव्य है।"उन्होंने यह भी कहा कि किन्नरों पर आरोप-प्रत्यारोप लगाना एक पुरानी परंपरा है। जो लोग पद की गरिमा को बनाए रखते हैं, उन्हें ही महामंडलेश्वर बनाया जाएगा।
महामंडलेश्वर पद से दिया इस्तीफा
दरअसल ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाए जाने पर काफी विरोध देखने को मिल रहा था, किन्नर अखाड़े की ही एक और महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने इसपर सवाल उठाते हुए उनके डी कंपनी से संबंध और जेल जाने की बात कही थी। वहीं ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, योग गुरु बाबा रामदेव और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उन्हें ये पदवी दिए जाने पर सवाल उठाए थे।
रविवार को महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने मां लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर उनपर जानलेवा हमला करने का भी आरोप लगाया और दावा किया था कि ममता कुलकर्णी का विरोध करने की वजह से उनपर ये हमला किया गया। इसके बाद विवाद बढ़ने पर सोमवार को ममता कुलकर्ली ने ख़ुद ही महामंडलेश्वर पद छोड़ दिया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी और कहा कि किन्नर अखाड़े में मुझे लेकर विवाद है उसके चलते में मैं महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे रही हैं। मैं 25 साल से साध्वी हूं और आगे भी साध्वी रहूंगी।
बता दें कि 24 जनवरी को ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर नियुक्त किया गया था। इस मौके पर अखाड़े की आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उनका पिंडदान और पट्टाभिषेक किया, जिसके बाद उन्हें श्री माई ममता नंद गिरी नाम दिया गया।