Tulsi Vivah 20222: प्रसन्न होंगे शालीग्राम भगवान, पूजा में जरुर चढ़ाएं ये सामग्री
punjabkesari.in Wednesday, Nov 02, 2022 - 05:42 PM (IST)
कार्तिक महीने को सबसे महत्वपूर्ण माह माना जाता है। इस महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को तुलसी विवाह और भगवान शालीग्राम का विवाह किया जाता है। इस दिन को देवुत्थान एकादशी भी कहा जाता है। देवुत्थान एकादशी वाले दिन चातुर्मास खत्म होता है और सारे मांगलिक कार्य भी संपन्न होते हैं। हिंदू धर्म में तुलसी विवाह को भी बहुत ही महत्व माना जाता है। इस बार तुलसी विवाह 5 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शालीग्राम और मां तुलसी को कुछ महत्वपूर्ण चीजें अर्पित करनी चाहिए। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में...
पूजा का शुभ मुहूर्त
तुलसी विवाह का शुभ मुहूर्त 04 नवंबर को शाम 06:08 से लेकर 05 अक्टूबर को शाम 05:06 तक का है।
जरुर रखें पूजा में ये चीजें
इस दिन पूजा में कुछ चीजें विशेष रुप से इस्तेमाल की जाती हैं जैसे पूजा चौकी, शालीग्राम जी, तुलसी का पौधा, गन्ना, मूली, कलश, नारियल, कपूर, आंवला, बेर, मौसमी का फल, शकरकंद, सिंघाड़ा, सीताफल, गंगाजल, अमरुद, दीपक, धूप, फूल, चंदन, रोली, मौली, सिंदूर, लाल चुनरी, हल्दी, वस्त्र, सुहाग का सामान-बिंदी, चूड़ा, रोली, मौली, सिंदूर, लाल चुनरी, हल्दी, वस्त्र, बिछिया, मेहंदी, साड़ी आदि चीजें जरुर चढ़ानी चाहिए।
तुलसी विवाह क्यों करवाया जाता है?
माना जाता है कि तुलसी का विवाह करवाने से शादी में आ रही समस्याएं दूर होती है। इसके अलाव शादी-शुदा जिंदगी में भी मिठास आती है। मान्यताओं के अनुसार, यदि आपके विवाह में कोई समस्या आ रही है तो आप तुलसी विवाह के दिन मां तुलसी और शालीग्राम भगवान को साक्षी मानकर किसी जरुरतमंद व्यक्ति की बेटी की शादी में दान करें। यह दान गुप्त रखें। इससे भगवान विष्णु आप पर प्रसन्न होंगे और शादी के जल्दी ही योग बनेंगे। इसके अलावा शादी में आ रही समस्याएं भी इससे दूर होंगी।