वैज्ञानिकों की बड़ी सफलता, कोरोना वायरस को नाक में ही रोक लेगा यह इनहेलर
punjabkesari.in Tuesday, Aug 18, 2020 - 11:40 AM (IST)
कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने का काम लगातार चल रहा है। इसी बीच वैज्ञानिक कोरोना के लिए नई दवाएं और तरीके विकसित कर रहे हैं, ताकि लोग इसके खतरे से बचे रहें। वहीं हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक ऐसा इनहेलर इजाद किया है, जो कोरोना को शरीर में जाने से पहले ही रोक लेगा।
अमेरिका ने बनाया एंटी-कोरोना स्प्रे
दरअसल, अमेरिका ने ऐसा एंटी-कोरोना स्प्रे बनाया है जो इनहेलर के जरिए कोरोना वायरस को नाक में ही रोक लेगा। इससे वायरस के कण शरीर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे और आप इससे सुरक्षित रहेंगे। वैज्ञानिकों की मानें तो यह इनहेलर PPE किट से भी ज्यादा असरदार माना जा रहा है।
वायरस को नाक में ही रोक लेगा यह इनहेलर
शोधकर्ताओं ने बताया कि इनहेलर को बनाने के लिए लामा और ऊंट जैसे जानवरों की एंटीबॉडीज का इस्तेमाल किया गया है। उनसे एक छोटी नैनोबॉडीज बनाई गई है, जिसे इनहेलर में लगाया गया है। यह एंटीबॉडीज शरीर में जाकर इम्युनिटी बढ़ाने में भी मदद करेंगी।
कैसे काम करती है दवा और इनहेलर?
दरअसल, अमेरिका का एंटी-कोरोना स्प्रे प्रोटीन परत को नाक में ही ब्लॉक कर देता है, जहां कोरोना वायरस मौजूद होता है। इससे वायरस व्यक्ति के शरीर में प्रवेश नहीं कर पाता। इस ड्रग को इनहेलर में डालकर व्यक्ति को दिया जाएगा, जो संक्रमण के बाद भी फेफड़ों पर वायरस के असर को कम करेगा।
जल्द होगा ह्यूमन ट्रायल
फिलहाल शोधर्कता एंटी-कोरोना स्प्रे का ह्यूमन ट्रायल करने की तैयारी में हैं। अगर यह ट्रायल सफल रहा तो इससे कोरोना महामारी को रोकने में काफी मदद मिलेगी। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह वायरस को रोकने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका होगा।
क्यों फायदेमंद है एंटी-कोरोना स्प्रे?
शोधकर्ताओं ने बताया कि ड्रग को बनाने के लिए इंटरफेरान बीटानामक एक खास प्रोटीन इस्तेमाल किया गया है। यह शरीर में जाते ही वायरस को बेअसर करने में कारगार साबित होगा। फिलहाल रिसर्च के दौरान हांगकांग में मरीजों पर इसका ट्रायल किया गया है, जो काफी हद तक सफल रहा। अब बड़े पैमाने पर इसका ह्यूमन ट्रायल किया जा सकता है।