हमेशा साड़ी पहनकर स्टेडियम आती है इस क्रिकेटर की पत्नी, कभी ससुर ने लगाया था जादू-टोना का आरोप

punjabkesari.in Monday, Mar 10, 2025 - 12:59 PM (IST)

नारी डेस्क: साड़ी भारतीय नारी की पहचान है,यह उनके सौंदर्य को निखारती है। कल आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में ऑडियंस के बीच बैठी एक महिला ने भी बता दिया कि नारी की शान होती है साड़ी। यह कोई और नहीं बल्कि ऑलराउंडर क्रिकेट स्टार रवींद्र जडेजा की पत्नी थी।  रविंद्र जडेजा वहीं है जिन्होंने आखिर में विनिंग शॉर्ट मारकर भारत की झोली में  चैंपियंस ट्रॉफी डाल दी। आज हम उनकी पत्नी के बारे में बताने जा रहे हैं जो सादगी की एक मिसाल है। 

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दो साल पहले रिवाबा जडेजा तब चर्चा में आई थी जब वह साड़ी पहनकर स्टेडियम पहुंची। पहली बार किसी क्रिकेटर की पत्नी को सर पे पल्लू डाल साड़ी पहने स्टेडियम में देखा गया था जाे वाकई ऐतिहासिक पल था। इतना ही नहीं उन्होंने सबसे सामने अपने पति के पैर छूकर एक मिसाल कायम कर दी थी। इस चकाचौंध की दुनिया में जडेजा की पत्नी का ये परिधान वास्तव में परिवार की अपनी ज़मीन व रीतिरिवाजों से जुड़े होने का दर्शन कराती है। 

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चलिए अब जानते हैं रिवाबा के बारे में शादी से पहले उन्हें रीवा सोलंकी के नाम से जाना जाता था।  राजकोट से रिवाबा ने मकैनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई की है।  रिवाबा और रवींद्र जडेजा की मुलाकात एक पार्टी में हुई थी। क्रिकेटर की बहन औश्र वह अच्छी दोस्त थीं। इसके बाद दोनों का प्यार परवान चढ़ा और 17 अप्रैल 2016 को वह शादी के बंधन में बंध गए। साल 2020 में रिवाबा गुजरात के विधानसभा चुनाव में जामनगर सीट से खड़ी हुई थीं, जहां उन्हें शानदार जीत मिली।

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उस समयरिवाबा जहां बिजेपी के लिए लड़ रही तब उनकी ननद नैना जडेजा कांग्रेस पार्टी के  उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रही थी। इतना ही नहीं रिवाबा के ससुर भी अपनी बेटी के ही साथ थे। इसके बाद रवींद्र जडेजा  के पिता ने दावा किया है कि,  बेटे और उनकी पत्नी रीवाबा के साथ उनके रिश्ते लंबे समय से तनावपूर्ण रहे हैं और वो अपने बेटे के साथ नहीं रहते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने तो अपनी बहू पर जादू- टोना करने का भी आरोप लगाया था। क्रिकेटर के पिता ने कहा था- , "वह मेरा बेटा है और इससे मेरा दिल दुखता है..काश मैंने उससे उसकी शादी नहीं की होती..अच्छा होता अगर वह क्रिकेटर नहीं बनता, उस स्थिति में हमें यह सब नहीं सहना पड़ता.'।


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Content Writer

vasudha

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