भूस्खलन, बाढ़, हाईवे पर गिर रही चट्टानें ...मनाली में नहीं सुधर रहे हालात
punjabkesari.in Monday, Jul 24, 2023 - 11:38 AM (IST)
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश के चलते हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मौसम विभाग ने 23 से 25 जुलाई तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश का 'येलो' अलर्ट जारी किया है। हालात यह हैं कि 24 जून से अब तक चल रहे मानसून के मौसम के दौरान सड़क दुर्घटनाओं के अलावा भूस्खलन, अचानक बाढ़ और बादल फटने जैसी बारिश से संबंधित घटनाओं में 158 लोगों की मौत हो गई है। बाढ़ के कारण करीब 700 सड़कों को यातायात के लिये बंद कर दिया गया है।
इसी बीच मनाली में 10 जुलाई को उफनती ब्यास नदी में बही पंजाब रोडवेज की बस के 11 यात्रियों की तलाश अब भी जारी है । वहीं दूसरी तरफ चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे (NH) में खतरे के साए में वाहन गुजर रहे हैं। दरसअल मनाली चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग दो दिन पहले पहाड़ी से मलबा व पत्थर गिरने के कारण बंद हो गया था। जिस समय पहाड़ी से चट्टानें और पत्थर गिरे, उस समय यहां से एक वाहन गुजर रहे था।
एक चालक ने तुरंत गाड़ी को रिवर्स गियर डालकर उसे पीछे ले लिया, नहीं तो बड़ा नुकसान हो सकता था। भले ही अब रास्ता खुल गया है लेकिन खतरा अभी भी बना हुआ है। वाहनों की आवाजाही के लिए बेहद खतरनाक स्पॉट बन चुके हैं जहां से वाहन निकलाना बेह जोखिम भरा है। बताया जा रहा है कि हाईवे पर 24 घंटे मशीनरी तैनात की गई है, मलबा गिरते ही उसे तुरंत हटाकर नेशनल हाईवे को फिर से बहाल कर दिया जाता है।
बारिश के बीच इसे बीच-बीच में खोला जा रहा है लेकिन यहां से सफर करना किसी खतरे को निमंत्रण देने जैसा ही है। इसी बीच 25 जुलाई तक जिला में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है ऐसे में लोगों से अनावश्यक यात्राओं से बचने की अपील की जा रही है। बता दें कि मानसून की बारिश ने पूरे राज्य में कहर बरपाया है और सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
कम से कम 656 प्रमुख सड़कें और तीन राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गए हैं। विशेष रूप से, राष्ट्रीय राजमार्ग 505 लाहौल स्पीति जिले में ग्राम्फू से लोसर के बीच, एनएच-3 कुल्लू और मनाली के बीच और एनएच 707 सिरमौर जिले में शिलाई के पास अवरुद्ध है। राज्य में कई घर, गौशालाएं और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे स्थिति गंभीर हो गई है। तमाम कोशिशों के बावजूद राहत और बहाली का काम धीमी गति से चल रहा है। लगातार बारिश ने पिछले 24 घंटों में सामान्य जनजीवन को और अस्त-व्यस्त कर दिया है, जिससे राज्य में पानी, बिजली, संचार और परिवहन जैसी आवश्यक सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।