Heart Blockage के संकेत हैं सामान्य दिखने वाले ये लक्षण, हार्ट को मजबूत रखेंगे ये घरेलू उपाय
punjabkesari.in Thursday, Sep 29, 2022 - 11:22 AM (IST)
हर दिल के लिए दिल का करें प्रयोग। विश्व हृदय दिवस के माैके पर इस टैग लाइन के जरिये लोगों से दिल का ख्याल रखने की अपील की जाती है। क्योंकि हृदय मनुष्य शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक है। हृदय के स्वस्थ बनाए रखने के लिए ही दुनियाभर में 29 सितंबर को कहर साल विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। अक्सर लोगों को असंतुलित खानपान और भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का सामना करना पड़ता है। आज हम आपको हार्ट ब्लॉकेज को लेकर देंगे पूरी जानकारी।
क्या है हार्ट ब्लॉकेज
हार्ट ब्लॉकेज को एट्रियोवेंट्रिकुलर ब्लॉक AV या कंडक्शन डिसऑर्डर भी कहते हैं. ये समस्या दरअसल हार्ट के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में होने वाली खराबी कहलाती है। जब हृदय में स्थित धमनियों की दीवारों में कफ धातु जमा हो जाता है, तो उससे पैदा होने वाला विकार को हार्ट ब्लॉकेज (ह्रदय प्रतिचय) कहते हैं। आधुनिक रहन-सहन और खाने-पीने में लापरवाही की आदतों के चलते अधिकांश लोगों में हार्ट ब्लॉकेज की समस्या आम होती जा रही है।
रुक रुककर कार्य करता है दिल
हार्ट ब्लॉकेज ऐसी अवस्था है, जिसमें हृदय रुक रुककर कार्य करता है। इस समस्या में हृदय में मौजूद इलेक्ट्रिकल सिस्टम (Electrical System) प्रभावित होता है। ऐसे में आपके हृदय की गति लगभग 20 सेकेंड देर से धड़कती है। हालांकि यह रोग हार्ट के अन्य रोगों से थोड़ा अलग है। इसकी वजह से व्यक्ति के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
हार्ट ब्लाॅकेज के शुरूआती लक्षण
लगातार या बार-बार सिर में दर्द होना
बेहोशी या चक्कर आना
सांस तेजी से फूलना
सांस लेने में दिक्कत आना
छाती में दर्द की शिकायत होना
चलने फिरने में तकलीफ होना
काम करने पर थकान महसूस होना
गर्दन, ऊपरी पेट, जबड़े, गले या पीठ में दर्द होना
पैरों और हाथों में दर्द होना या सुन्न होना
कमजोरी या ठण्ड लगना
हार्ट ब्लॉकेज रोकने के घरेलू उपचार
लहसुन: रोज सुबह तीन से चार लहसुन की कलियां खाना हार्ट के लिए बहुत कारगर है। ये ना सिर्फ हार्ट हेल्दी रखता है बल्कि आप भी कई बीमारियों से बच जाते हैं।
अनार का जूस: रिसर्च में यह बात सामने आई थी कि रोज एक कप अनार का जूस पीने से रक्त प्रवाह बेहतर होता है, ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और कोरोनरी आर्टरी डिजीज के मरीजों में बैड कोलेस्ट्रोल का स्तर कम होता है।
दालचीनी पाउडर: रोजाना 120 मि.ग्राम की मात्रा में दालचीनी पाउडर लेने से बैड कोलेस्ट्रोल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर कम होता है।
हल्दी: हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट, सूजन-रोधी और खून के थक्के बनने से रोकने की शक्ति होती है। हल्दी का सेवन करने पर हृदय स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
अदरक: अदरक में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम के तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में सभी ज़रूरतों को पूरा करते हैं।
जूस: लौकी का जूस, तरबूज के बीज से भी फायदा होगा।
हार्ट ब्लॉकेज का कारण
हार्ट ब्लॉकेज होने के कई कारण हो सकते हैं। इसका खतरा डायबिटीज के मरीजों समेत हाइपरटेंशन, हाई कोलेस्ट्रोल आदि से ग्रस्त लोगों को हो सकता है। दिल तक जाने वाली खून की नसों में ब्लॉकेज के कारण जब ब्लाड सर्कुलेशन प्रभावित होता है तो हार्ट तक ब्लंड आसानी से नहीं पहुंचता, इससे हार्ट को दोगुनी गति से काम करना पड़ता है और कई बार ये प्रेशर हार्ट झेल नहीं पाता और फेल हो जाता है। जब दिल में मौजूद कोरोनरी आर्टरीज की दीवारों में कफ ज्यादा जमा हो जाता है तो उससे ब्लड फ्लो में दिक्कत होने लगती है जिसके कारण हार्ट ब्लॉकेज की परेशानी होती है। इसके अलावा हार्ट के मसल्स में सूजन होने, हार्ट अटैक और किसी सर्जरी के कारण भी ये परेशानी हो सकती है. हार्ट ब्लॉ केज होने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं।