Parents Alert: बच्चे का आत्मविश्वास कम करती है आपकी ये 5 गलतियां
punjabkesari.in Monday, Sep 06, 2021 - 02:19 PM (IST)
पेरेंट्स बनना दुनिया में बेहद खूबसूरत एहसास माना जाता है। मगर यह अपने साथ कई जिम्मेदारियां भी लेकर आता है। इसलिए पेरेंट्स का फर्ज बनता है कि वे बेहतर तरीके से बच्चे की परवरिश करें। इससे बच्चे के आत्मविश्वास बढ़ने के साथ अच्छे समाज की नींव रखी जाती है। ऐसे में हर मां-बाप को बच्चे की परवरिश में कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। मगर अक्सर कई पेरेंट्स कुछ ऐसी बातें कह व कर देते हैं, जिसके का बच्चा का आत्मविश्वास डगमगाने लगता है। चलिए जानते हैं इसके बारे में...
सभी के सामने बच्चों का मजाक ना बनाएं
बच्चों का दिल बेहद ही नाजुक होता है। ऐसे में उनके किसी काम को पूरा ना करने पर उनका मजाक बनाने की गलती ना करें। इससे बच्चे का हौंसला टूट सकता है। इसके अलावा बच्चा अगली वह काम करने से कतरा भी सकता है। इसलिए बच्चे की छोटी-बड़ी कोशिश पर उसका आत्मविश्वास बढ़ाएं।
हर काम में कमी निकालना
बचपन में किसी काम में परफेक्ट होने में समय लगता है। ऐसे में उसके काम में गलती निकालने की भूल ना करें। इसके विपरित बच्चे की कोशिश अच्छी ना होने पर भी उसकी तारीफ करें। आप बच्चों को अलग-अलग एक्टिविटी में डाल भी सकती है। इससे आपको भी पता चलेगा कि आपके बच्चे की किस काम में रूचि है। साथ ही बच्चा सही दिशा में ध्यान लगाएं।
अपने बच्चे की तुलना दूसरे बच्चों से ना करें
हर बच्चे में अलग-अलग खूबियां होती है। ऐसे में कभी भी अपने बच्चे की दूसरे बच्चों से तुलना करें। इसके अलावा सभी के सामने अपने बच्चे की जगह पर दूसरे बच्चों को अच्छा कहने से बचें। नहीं तो इससे बच्चा में चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है। ऐसे में वे अपना आत्मविश्वास खोने लगते हैं। इसके अलावा दूसरों से लड़ाई, झगड़ा भी कर सकते हैं।
छोटी-छोटी बातों को डांटना या पीटना
बच्चे बेहद ही मासूम होते हैं। ऐसे में उनके द्वारा कोई गलती करने पर उन्हें डांटने या पीटने की जगह पर उन्हें प्यार से समझाएं। असल में, बच्चे का मन बेहद ही कोमल होता है। ऐसे में वे गुस्से की जगह प्यार से जल्दी बात को समझते हैं। इसके अलावा बच्चे को मारने से वे मां-बाप से डरने लगते हैं। कई बच्चे तो पेरेंट्स को लेकर असुरक्षित महसूस करने लगते हैं। ऐसे में इन सब चीजों से बचें।
दूसरों के सामने बच्चों को गलत कहना
अक्सर पेरेंट्स पड़ौसियों व रिश्तेदारों के आगे अपने बच्चों में कमी निकालने लगते हैं। मगर इससे बच्चे का हौंसला कम होता है। वहीं ऐसी बातें कई बार बच्चे के मन में बैठ जाती है। इसलिए ऐसा करने से बचें।