जिंदगी में एक बार जरूर करवाएं ये 4 टेस्ट, ढूंढ निकालेंगे दिल की छिपी बीमारियों को
punjabkesari.in Friday, Oct 31, 2025 - 10:11 AM (IST)
नारी डेस्क: कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के प्रशिक्षित डॉक्टर ने हाल ही में बताया कि 60% हार्ट अटैक उन लोगों को होते हैं जिनका कोलेस्ट्रॉल सामान्य होता है । यानी सिर्फ कोलेस्ट्रॉल टेस्ट से दिल की सेहत का अंदाज़ा लगाना काफी नहीं है। डॉक्टर ने ऐसे 4 छिपे हुए टेस्ट बताए हैं जो दिल की असली स्थिति जानने में मदद कर सकते हैं और आपकी जान बचा सकते हैं। आइए समझते हैं विस्तार से।
लिपोप्रोटीन (a) टेस्ट- “छिपा हुआ फैट रिस्क फैक्टर”
यह टेस्ट खून में मौजूद एक विशेष प्रकार के प्रोटीन की मात्रा बताता है जो कोलेस्ट्रॉल को खून की नलियों में चिपकने में मदद करता है। अगर Lipoprotein(a) का स्तर ज़्यादा है, तो हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है - भले ही आपका LDL (“बुरा कोलेस्ट्रॉल”) सामान्य ही क्यों न हो।
यह टेस्ट ज़िंदगी में एक बार ज़रूर करवाना चाहिए।
Apolipoprotein B (ApoB) टेस्ट- “वास्तविक कोलेस्ट्रॉल कणों की गिनती”
साधारण कोलेस्ट्रॉल टेस्ट यह नहीं बताता कि खून में कितने छोटे-छोटे कोलेस्ट्रॉल कण घूम रहे हैं। ApoB टेस्ट इन खतरनाक कणों की सटीक गिनती करता है। अगर ApoB ज़्यादा है, तो इसका मतलब है कि आपकी धमनियां धीरे-धीरे ब्लॉक हो रही हैं।
Hs-CRP टेस्ट (High-sensitivity C-reactive protein)- शरीर में सूजन का संकेत
हार्ट अटैक सिर्फ फैट से नहीं, इंफ्लेमेशन (सूजन) से भी होता है। अगर यह टेस्ट पॉज़िटिव आता है, तो यह दर्शाता है कि आपके शरीर में सूजन है - जो हार्ट, ब्लड शुगर और फेफड़ों पर असर डाल सकती है।
कैल्शियम स्कोरिंग (CT Coronary Calcium Scan)
यह एक स्कैन है जो बताता है कि आपकी हार्ट आर्टरीज़ (धमनियों) में कितना कैल्शियम जमा है। जितना ज़्यादा कैल्शियम, उतनी ज़्यादा ब्लॉकेज और हार्ट अटैक का खतरा होता है। यह टेस्ट बिना दर्द के होता है और हार्ट अटैक की शुरुआती चेतावनी दे सकता है।
डॉक्टर की सलाह
दिल के लिए सिर्फ कोलेस्ट्रॉल रिपोर्ट देखना अधूरी जानकारी है। असली खतरा छिपा रहता है- जब तक ये चार टेस्ट न किए जाएं। यदि आपका कोलेस्ट्रॉल सामान्य है, फिर भी ये चार टेस्ट ज़रूर करवाएं। इससे दिल की छिपी बीमारियोंका समय पर पता लग सकता है और हार्ट अटैक, डायबिटीज़ या फेफड़ों की समस्या से बचाव संभव है।

