दिल्ली में कोरोना से फिर बिगड़ रहे हालात, रोजाना 8-10 मरीजों की हो रही मौत
punjabkesari.in Wednesday, Aug 17, 2022 - 10:48 AM (IST)
काेरोना से एक बार फिर देश के हलात बिगड़ते जा रहे हैं। बुधवार को देश भर से कोविड-19 के 9,062 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,42,86,256 पर पहुंच गई है। जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 1,05,058 हो गयी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है।
दिल्ली में कुछ दिनों से बिगड़े हलात
दिल्ली में लगातार 12 दिनों तक रोजाना 2,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। मरने वालों की संख्या पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन 8 से 10 है। इन हालातों को देखते हुए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने ट्वीट करते हुए लोगों से कोरोना संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा- मास्क जरूर पहनें और कोरोना नियमों का पालन करते रहें।
1.19 प्रतिशत है मृत्यु दर
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 36 और मरीजों के जान गंवाने से देश भर में मृतकों की संख्या 5,27,134 पर पहुंच गयी है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.24 प्रतिशत है। कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.57 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में बीते 24 घंटे में 6,194 की गिरावट दर्ज की गयी है। संक्रमण की दैनिक दर 2.49 प्रतिशत और सप्ताहिक संक्रमण दर 4.38 प्रतिशत दर्ज की गयी है। इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,36,54,064 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है।
दिल्ली में ये हैं हलात
अकेले दिल्ली की बात करें तो यहां सोमवार (15 अगस्त) को 8 मौतों के साथ 14.57 प्रतिशत की सकारात्मकता दर के साथ 1,227 नए कोविड -19 मामले दर्ज किए थे, जबकि राजधानी ने एक दिन पहले रविवार को 2,162 कोविड -19 मामले और 5 मौतें दर्ज की गई थीं. इससे पहले कोविड-19 और 2,031 मामलों और 9 मौतें हुई थी।
विशेषज्ञों ने दी सतर्क रहने की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना से रिकवरी की दर अच्छा है लेकिन अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में तेजी आई है। दिल्ली में 9,000 से अधिक कोविड बिस्तरों पर इस समय मरीज भर्ती हैं। 2,129 आईसीयू बेड में से 20 पर मरीज भर्ती है वहीं 65 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कि घबराने की जरूरत है, बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है।