खट्टा खाने से लेकर स्विमिंग करने तक, पीरियड्स से जुड़े ये Myths कर रहे हैं महिलाओं को गुमराह!
punjabkesari.in Saturday, Apr 29, 2023 - 01:30 PM (IST)
पीरियड्स आज एक ऐसा विषय है जिसके बारे में सिर्फ धीमी आवाज में ही बात की जाती है, जबकि पीरियड्स महिलाओं के लिए एक बहुत ही आम प्रक्रिया है, जिसके बारे में खुलकर बात करने पर ही कई सारी गलतफहमियां दूर होंगी। आपको बता दें कि पीरियड्स को लेकर कई सारे मिथक हैं, जिसको दूर करने की जरूरत है। पीरियड्स का दर्द, चिकित्सकीय रुप से कष्टार्तव से हो सकता है। यह कई कारणों से हो सकता है और इसे दो प्रकारों में विभाजित किया जा है- ऐंठन और कंजेस्टिव दर्द। एक्सपर्ट्स का कहना है कि 70-80 प्रतिशत महिलाओं को पीरियड्स के दौरान दर्द होता है। दर्द हल्के से लेकर गंभीर भी हो सकता है और अलग-अलग महिलाओं के लिए इसके लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। यहां पर हम आपको बताएंगे पीरियड्स से जुडे कुछ ऐसे मिथक जिस पर विश्वास नहीं करना चाहिए....
मिथक: पीरियड के दौरान दर्द होना गंभीर बीमारी भी हो सकता है।
सच: पीरियड के दौरान दर्द के पीछे का कारण कोई शारीरिक समस्या नहीं होती। वास्तव में, मासिक धर्म के दौरान हल्का से मध्यम दर्द एक अच्छा संकेत है। आपको यह जानकर हैरानी होगी लेकिन पीरियड के दौरान दर्द स्वस्थ यूटेरस और ओवरीज़ की निशानी है।
मिथक: पीरियड्स के दौरान खट्टे और ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
सच: इस तथ्य के पीछे कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है कि पीरियड्स के दौरान खट्टा क्यों नहीं खाना चाहिए। खट्टे खाद्य पदार्थ विटामिन-सी से भरपूर होते हैं, जो इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है। ठंडा चीज़ें भी खाई जा सकती हैं। सिर्फ ऑयली और तीखी चीज़ों से दूर रहें क्योंकि यह पीरियड्स के दौरान गैस्ट्रिक तकलीफों को और बढ़ा सकते हैं।
मिथक: पीरियड्स के दौरान आप प्रेग्नेंट नहीं हो सकते।
सच: आमतौर पर पीरियड्स के दौरान प्रेग्नेंट नहीं हो सकते, लेकिन कई बार ऐसा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आमतौर पर एक महिला का मासिक चक्र 22 दिनों का होता है, वे 8वें दिन अंडा रिलीज़ करती हैं। एक महिला के लिए सबसे फरटाइल दिन होते हैं 7वां, 8वां और 9वां, अगर संभोग चक्र के 6वें या 7वें दिन होता है, और जैसा कि शुक्राणु महिला के प्रजनन पथ में प्रवेश के बाद लगभग 24 घंटे तक जीवित रह सकते हैं। तो ऐसे मामलों में प्रेग्नेंसी मुमकिन है।
मिथक: पीरियड्स के दौरान एक्सरसाइज़ नहीं करनी चाहिए।
सच: ऐसा किसी शोध में पाया नहीं गया है कि एक महिला अपने पीरियड्स के दौरान व्यायाम नहीं कर सकती है, यह एक बड़ा मिथक है। जबकि बहुत अधिक व्यायाम करने से मासिक धर्म छूट सकता है या आपके पीरियड्स पूरी तरह से रुक सकते हैं। अनियमितता या मिस्ड पीरियड्स अधिक सामान्य समस्याएं हैं, जिनसे एक महिला गुज़रती है।
मिथक: पीरियड्स के दौरान स्विमिंग नहीं करनी चाहिए।
सच: पीरियड्स के दौरान स्विम करना बिल्कुल सुरक्षित होता है। यह मिथक उस वक्त का है जब टैम्पॉन्स या मेन्ट्रुअल कप्स का विकल्प नहीं था।